जयपुर. राजस्थान में इन दिनों जिस बात की सबसे ज्यादा चर्चा है वह है प्रदेश का लॉ एंड ऑर्डर. प्रदेश में बीते कुछ दिनों से कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है. जिसे लेकर विपक्ष लगातार प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. जिसके बाद अब प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने भी सवाल खड़ा कर दिया है. पायलट ने कहा कि गुलाबचंद कटारिया विपक्ष के नेता है और वह जो भी कह रहे हैं वह विपक्ष का सरकार पर स्वभाविक अटैक हो सकता है.
लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह कहकर सबको चौंका दिया कि यह बात सच है कि लॉ एंड ऑर्डर पर हमें ध्यान देना चाहिए. पायलट ने कहा कि चाहे धौलपुर की घटना हो चाहे अलवर की घटना या फिर बहरोड़ का जेलब्रेक बीते कुछ महीनों में काफी जगह कानून व्यवस्था बिगड़ी है . जिस पर सरकार को गंभीरता से काम करना चाहिए.
हालांकि, इसके साथ ही पायलट ने यह भी कहा कि प्रदेश में ढीली हुई कानून व्यवस्था पर सरकार काम कर रही है. अगर कोई कमी रही है तो उसे सुधारना भी चाहिए पायलट ने कहा कि प्रदेश की मां, बहन, बेटियां सुरक्षित रहे इसके लिए सरकार को लॉ एंड ऑर्डर को गंभीरता से मेंटेन करना चाहिए, क्योंकि लॉ एंड ऑर्डर गवर्नेंस का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है.
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बता दें कि जिस गृह विभाग पर सचिन पायलट सवाल उठा रहे है वह अभी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास है. वहीं पायलट का यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पायलट केवल उपमुख्यमंत्री ही नहीं बल्कि वह प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं. जिस तरह से उन्होंने अपनी ही सरकार पर उंगली उठाते हुए कानून व्यवस्था को सही करने की बात कही है उसके बाद लगता है कि गहलोत और पायलट के बीच चल रहा शीत युद्ध और आगे बढ़ेगा.