ETV Bharat / state

बीजेपी को जहां 6 महीने पहले बढ़त मिली थी वहां मुख्यमंत्री खुद चुनाव हार गए: सचिन पायलट - Bharatpur News

जिले के ऑडिटोरियम में मंगलवार को महाराजा सूरजमल स्मृति समारोह के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने जनगणना 2021 और NPR के लिए पास किए गए बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी.

सचिन पायलट, Sachin Pilot
सचिन पायलट
author img

By

Published : Dec 24, 2019, 9:40 PM IST

भरतपुर. महाराजा सूरजमल स्मृति समारोह के उपलक्ष्य में मंगवलवार को यूआईटी के ऑडिटोरियम में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां कार्यक्रम में मोरू सपेरा और ममे खान ने शानदार प्रस्तुतियां दी. वहीं, कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि सचिन पायलट सहित मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया और अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

इस दौरान सचिन पायलट ने जनगणना 2021 और NPR के पास किए गए बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन पहले दिल्ली में कहा था की NRC लागू करने पर कोई चर्चा नहीं होगी. लेकिन उन्ही के मंत्री कई बार बोल चुके है की लागू करना है. पायलट ने कहा कि पीएम मोदी ने नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर के लिए रुपए जारी किए है. लेकिन सभी लोग समझते है की NRC लाने के लिए NPR लाना पहला कदम है.

सचिन पायलट ने जनगणना 2021 और NPR के लिए पास बजट पर दी प्रतिक्रिया

इसलिए देश में जो कनफूसी पैदा की जा रही है यह तकनीकी बात है. जिसे गांव में रहने वाले आदमी, दलित, पिछड़े लोग,आदिवासी लोगों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. सरकार ने आज NPR के लिए जो पैसा दिया है वह लोगों को और असमंजस में डालेगा. प्रधानमंत्री की दो दिन पहले की स्पीच के बाद उनकी कैबिनेट ने यह फैसला किया है तो लोग क्या समझेंगे.

पढ़ें- करौलीः पुलिस केस वापस नहीं लेने पर पंचायत का तुगलकी फरमान, बंद कर दिया हुक्का पानी

इसके अलावा उन्होंने कहा कि झारखंड के चुनाव परिणाम एक कहानी बताते हैं. जहां 6 महीने पहले भारतीय जनता पार्टी को बढ़त मिली थी. वहां BJP के मुख्यमंत्री खुद चुनाव हार गए. सत्ताधारी पार्टी को कही न कही आत्मचिंतन करने की जरूरत है. CAA और NRC का जो मुद्दा चल रहा है उसको लेकर पूरे देश से अलग-अलग बयान आ रहे है. सभी राज्यों में लोगो के अंदर एक असुरक्षा का माहौल है. यह किसी जाति या समुदाय की बात नहीं है.

पायलट ने कहा जो भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हैं, जिन्होंने पार्लियामेंट में वोट डाले है वो असलियत को समझ रहे हैं, उन्होंने अपने हाथ खींच लिए है. 8 ऐसे राज्य हैं जो NDA नहीं है. उन्होंने कहा था कि हम एक्ट को लागू करेंगे लेकिन उन्होंने विड्रो किया है. पायलट ने कहा कि देश मे प्याज 180 रुपए किलो बिक रहा है. बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल रहा, कारखाने बंद हो रहे है, देश मे मंदी का दौर है. इन सब मुद्दों का निराकरण करने की बजाय सरकार NRC और CAA को लागू करने में लगी हुई है.

पढ़ें- एसडीएम को फायरिंग करना पड़ा महंगा, गहलोत सरकार ने किया सस्पेंड

सरकार को देश की जनता के बारे में चिंता करनी चाहिए. नागरिकता के कानून को पहले ही पांच बार बदला जा सकता है. लेकिन कोई चर्चा नहीं हुई. लेकिन 6वींं बार कानून बदलने के बाद बवाल मच गया. उत्तर प्रदेश में 18 लोग मारे गए उसका कौन जिम्मेदार है. देश में लोगो की जाने जा रही है लोग अनशन कर रहे है, शहरों में कर्फ्यू लगा है.

इसके खिलाफ सोनिया गांधी, राहुल गांधी ने दिल्ली के राजघाट पर धरना दिया है. यह एक संकेत है कि हम संविधान की सुरक्षा करेंगे. इसी को लेकर 28 तारीख को सुबह जयपुर में एक पदयात्रा निकाली जा रही है. लेकिन देश में जो माहौल बना है इसके वो लोग जिम्मेदार है जो सत्ता में हैं. इसलिए इस एक्ट को वापस ले लेना चाहिए, ये देश की जनता की भावना है.

भरतपुर. महाराजा सूरजमल स्मृति समारोह के उपलक्ष्य में मंगवलवार को यूआईटी के ऑडिटोरियम में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां कार्यक्रम में मोरू सपेरा और ममे खान ने शानदार प्रस्तुतियां दी. वहीं, कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि सचिन पायलट सहित मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया और अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

इस दौरान सचिन पायलट ने जनगणना 2021 और NPR के पास किए गए बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन पहले दिल्ली में कहा था की NRC लागू करने पर कोई चर्चा नहीं होगी. लेकिन उन्ही के मंत्री कई बार बोल चुके है की लागू करना है. पायलट ने कहा कि पीएम मोदी ने नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर के लिए रुपए जारी किए है. लेकिन सभी लोग समझते है की NRC लाने के लिए NPR लाना पहला कदम है.

सचिन पायलट ने जनगणना 2021 और NPR के लिए पास बजट पर दी प्रतिक्रिया

इसलिए देश में जो कनफूसी पैदा की जा रही है यह तकनीकी बात है. जिसे गांव में रहने वाले आदमी, दलित, पिछड़े लोग,आदिवासी लोगों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. सरकार ने आज NPR के लिए जो पैसा दिया है वह लोगों को और असमंजस में डालेगा. प्रधानमंत्री की दो दिन पहले की स्पीच के बाद उनकी कैबिनेट ने यह फैसला किया है तो लोग क्या समझेंगे.

पढ़ें- करौलीः पुलिस केस वापस नहीं लेने पर पंचायत का तुगलकी फरमान, बंद कर दिया हुक्का पानी

इसके अलावा उन्होंने कहा कि झारखंड के चुनाव परिणाम एक कहानी बताते हैं. जहां 6 महीने पहले भारतीय जनता पार्टी को बढ़त मिली थी. वहां BJP के मुख्यमंत्री खुद चुनाव हार गए. सत्ताधारी पार्टी को कही न कही आत्मचिंतन करने की जरूरत है. CAA और NRC का जो मुद्दा चल रहा है उसको लेकर पूरे देश से अलग-अलग बयान आ रहे है. सभी राज्यों में लोगो के अंदर एक असुरक्षा का माहौल है. यह किसी जाति या समुदाय की बात नहीं है.

पायलट ने कहा जो भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हैं, जिन्होंने पार्लियामेंट में वोट डाले है वो असलियत को समझ रहे हैं, उन्होंने अपने हाथ खींच लिए है. 8 ऐसे राज्य हैं जो NDA नहीं है. उन्होंने कहा था कि हम एक्ट को लागू करेंगे लेकिन उन्होंने विड्रो किया है. पायलट ने कहा कि देश मे प्याज 180 रुपए किलो बिक रहा है. बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल रहा, कारखाने बंद हो रहे है, देश मे मंदी का दौर है. इन सब मुद्दों का निराकरण करने की बजाय सरकार NRC और CAA को लागू करने में लगी हुई है.

पढ़ें- एसडीएम को फायरिंग करना पड़ा महंगा, गहलोत सरकार ने किया सस्पेंड

सरकार को देश की जनता के बारे में चिंता करनी चाहिए. नागरिकता के कानून को पहले ही पांच बार बदला जा सकता है. लेकिन कोई चर्चा नहीं हुई. लेकिन 6वींं बार कानून बदलने के बाद बवाल मच गया. उत्तर प्रदेश में 18 लोग मारे गए उसका कौन जिम्मेदार है. देश में लोगो की जाने जा रही है लोग अनशन कर रहे है, शहरों में कर्फ्यू लगा है.

इसके खिलाफ सोनिया गांधी, राहुल गांधी ने दिल्ली के राजघाट पर धरना दिया है. यह एक संकेत है कि हम संविधान की सुरक्षा करेंगे. इसी को लेकर 28 तारीख को सुबह जयपुर में एक पदयात्रा निकाली जा रही है. लेकिन देश में जो माहौल बना है इसके वो लोग जिम्मेदार है जो सत्ता में हैं. इसलिए इस एक्ट को वापस ले लेना चाहिए, ये देश की जनता की भावना है.

Intro:झारखंड के चुनाव परिणाम एक कहानी बतलाता है। जहाँ06 महीने पहले भारतीय जनता पार्टी को बढ़त मिली थी वहां आज BJP के मुख्यमंत्री खुद चुनाव हार गए।


Body:भरतपुर-24-12-2019
एंकर- आज भरतपुर के ऑडोटोरियम में महाराजा सूरजमल स्मृति समारोह के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मोरू सपेरा और ममे खान ने शानदार प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में केबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया सहित जिले के सभी अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट रहे। इसके अलावा कल महाराजा सूरजमल की याद ने बलिदान दिवस मनाया जाएगा।
इस दौरान सचिन पायलट ने कहा कि अभी हाल ही में केंद्र की भाजपा सरकार की केविनेट ने जनगणना 2021व NPR के लिए बजट पास किया है जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए सचिन पायलट ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन पहले दिल्ली में कहा था की एनआरसी लागू करने पर कोई चर्चा नहीं होगी लेकिन उन्ही के मंत्री कई बार बोल चुके है की यह लागू करना है और प्रधानमंत्री दो दिन पहले ऐसा बोले थे मगर आज उन्होंने नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर के लिए रूपये जारी किये है लेकिन सभी लोग समझते है की एनआरसी लाने के लिए एनपीआर लाना पहला कदम है | इसलिए देश में आज जो कनफुसन पैदा किया जा रहा है यह तकनिकी बात है जिसे गाँव में रहने वाले आदमी,दलित,पिछड़े लोग,आदिवासी लोगों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
सरकार ने आज एनपीआर के लिए जो पैसा दिया है वह लोगों को और असमंजस में डालेगा | प्रधानमंत्री की दो दिन पहले की स्पीच के बाद आज उनकी केविनेट ने यह फैसला किया है तो लोग क्या समझेंगे।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि झारखंड के चुनाव परिणाम एक कहानी बतलाता है। जहाँ06 महीने पहले भारतीय जनता पार्टी को बढ़त मिली थी वहां आज BJP के मुख्यमंत्री खुद चुनाव हार गए। तो सत्ताधारी पार्टी को कही न कही आत्मचिंतन करने की जरूरत है। CAA और NRC का जो मुद्दा चल रहा है उसको लेकर पूरे देश से अलग-अलग बयान आ रहे है। सभी राज्यो में लोगो के अंदर एक असुरक्षा का माहौल है। यह किसी जाति या समुदाय की बात नही है। लेकिन जो संविधान की मूल भावना है के विरोध में जाकर काम करते है। तो वो न्यायपालिका के मध्यम से पास नही हो पायेगा। जो भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हैं जिन्होंने पार्लियामेंट में वोट डाले है। आज वो असलियत को समझ रहे हैं उन्होंने अपने हाथ खींच लिए है। आठ ऐसे राज्य हैं जो NDA नहीं है। उन्होंने कहा था कि हम बिल को लागू करेंगे लेकिन उन्होंने वडरो किया है।
आज देश मे प्याज़ 180 रुपये किलो बिक रहा है। बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल रहा कारखाने बंद हो रहे है। देश मे मंदी का दौर है। इन सब मुद्दों का निराकरण करने की बजाय सरकार NRC और CAA को लागू करने में लगी हुई है। जब हमारे पास अपने बच्चों के लिए खाने पिलाने के लिए नही है। और सरकार औरों की चिंता कर रही है।
सरकार को देश की जनता के बारे में चिंता करनी चाहिए। नागरिकता के कानून को पहले ही पांच बार बदला जा सकता है। लेकिन कोई चर्चा नही हुई। लेकिन छटवीं बार कानून बदलने के बाद बबाल मच गया। उत्तर प्रदेश में 18 लोग मारे गए उसका कौन जिम्मेदार है। देश मे लोगो की जाने जा रही है। लोग अनशन कर रहे है। शहरों में कर्फ्यू लगा है।
इसके खिलाफ कल सोनिया गांधी, राहुल गांधी ने दिल्ली के राजघाट पर धरना दिया है। यह एक संकेत है कि हम संविधान की सुरक्षा करेंगे। इसी को लेकर 28 तारीख को सुबह जयपुर में एक पदयात्रा निकाली जा रही है। लेकिन देश मे जो माहौल बना है इसके वो लोग जिम्मेदार है जो सत्ता में हैं। इसलिए इस एक्ट को कही न कही बिडरो करना चाहिए। ये देश की जनता की भावना है।




Conclusion:सचिन पायलट ने कहा कि अभी हाल ही में केंद्र की भाजपा सरकार की केविनेट ने जनगणना 2021व NPR के लिए बजट पास किया है जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए सचिन पायलट ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन पहले दिल्ली में कहा था की एनआरसी लागू करने पर कोई चर्चा नहीं होगी
बाइट- सचिन पायलट, उपमुख्यमंत्री
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.