जयपुर. राजधानी में ऑल इंडिया पारीक महासभा राजस्थान इकाई की ओर से पारीक ओलंपियाड के कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां आउटडोर इंडोर गेम्स के अलावा पारंपरिक खेलों का भी आयोजन किया गया. बता दें कि 2 अक्टूबर से पारीक ओलंपियाड का शुभारंभ किया गया था. पारीक ओलंपियाड में उन पारंपरिक खेलों को भी शामिल किया गया है, जिनको समाज भूलता जा रहा है. इस बार ओलंपियाड में पारंपरिक खेलों सहित 53 खेलों को शामिल किया गया.
बता दें कि आउटडोर गेम्स में कबड्डी, वॉलीबॉल, क्रिकेट और इंडोर गेम्स में टेबल टेनिस, बैडमिंटन, शतरंज, कैरम सहित कई खेल शामिल है. वहीं, पारंपरिक खेलों में मेहंदी, रंगोली, समोलिया, रस्साकशी, खो-खो रुमाल झपट्टा, गुट्टे, पहल दूज जैसे खेलों को शामिल किया गया. इसके साथ ही सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया. जिनमें काव्य पाठ, वाद विवाद प्रतियोगिता, गायन, एकल नृत्य, समूह नृत्य और डांडिया शामिल है.
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वहीं, पारीक ओलंपियाड में 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए ड्रामेबाज, ड्राइंग, अंताक्षरी, मदर चाइल्ड गेम, नींबू दौड़, जलेबी कूद, मेंढक दौड़, तीन टांग दौड़, फैंसी ड्रेस, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, कैरम, शतरंज, लूडो, चंपा पो जैसे खेल रखे गए थे. इस दौरान पारीक ओलंपियाड में टेबल टेनिस खेल प्रतियोगिता में 78 वर्षीय बुजुर्ग प्रभाकर पारीक ने बाजी मारी. आयोजक समिति के मुताबिक प्रभाकर पारीक लगातार तीसरी बार टेबल टेनिस में विजेता रहे हैं.
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ऑल इंडिया पारीक महासभा के अध्यक्ष अशोक कुमार केसोट ने बताया कि पारीक ओलंपियाड 2019 का शुभारंभ 2 अक्टूबर को किया गया था. इस पारीक ओलंपियाड में 53 खेल प्रतियोगिताएं शामिल की गई थी. सभी खेल विजेताओं को समापन समारोह के अवसर पर सम्मानित किया गया. उन्होंने बताया कि पारीक ओलंपियाड में ऐसे पारंपरिक खेलों को जगह दी गई थी जो कि समाज से विलुप्त हो गए थे. बता दें कि प्रतियोगिता में एकल नृत्य में एक डेढ़ साल के बच्चे ने पुरस्कार जीता है.