जयपुर. आयकर विभाग की टीम में जयपुर के बड़े राजनीतिक और कारोबारी समूह पर छापेमार कार्रवाई को अंजाम (IT Raid in Rajasthan) दिया है. बुधवार सुबह करीब 65 से ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई. 300 से अधिक पुलिसकर्मी आयकर छापेमारी में शामिल हैं. इसके साथ ही सीआरपीएफ के जवानों को भी सुरक्षा के लिए साथ में लिया गया है. छापेमारी कार्रवाई में बड़ी मात्रा में काली कमाई उजागर होने की आशंका जताई जा रही है. अलसुबह कारोबारी समूह के आवास, दफ्तर और अन्य ठिकानों पर आयकर विभाग की टीमें पहुंची.
राजस्थान फेक्सिबल पैकिंग फैक्ट्री पर कार्रवाई- बता दें, कोटपूतली राजस्थान फेक्सिबल पैकिंग फैक्ट्री पर कार्रवाई चल रही है. कंपनी के प्रबंधक मधुर यादव और राकेश यादव हैं. मधुर यादव राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव के बड़े बेटे हैं. आयकर विभाग की एक साथ 65 ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है. वहीं, मंत्री राजेंद्र यादव भी घर में मौजूद हैं.
बता दें, बुधवार सुबह इनकम टैक्स विभाग की 30 से 40 टीमों ने मिड डे मील सप्लाई करने वाले राणावत ग्रुप पर दबिश देते हुए जांच पड़ताल शुरू की है. विभाग के अधिकारियों ने कहा कि लंबे समय से टैक्स चोरी का मामला चल रहा था. विभाग के अधिकारियों ने इसकी जांच पड़ताल की, इसके बाद इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इस कार्रवाई के बाद कांग्रेसी नेताओं में हलचल नजर आ रही है.
इनकम टैक्स विभाग ने बुधवार सुबह राणावत ग्रुप के सभी ठिकानों पर एक साथ रेड मारी. इसमें प्रदेश सरकार में मंत्री व कोटपूतली से विधायक राजेंद्र सिंह का आवास और जयपुर सी स्कीम स्थित मुख्य ऑफिस शामिल है. इनकम टैक्स विभाग के 200 कर्मचारी प्रदेश के 30 से 40 ठिकानों पर जांच पड़ताल में जुटे हुए हैं. जांच पड़ताल में विभाग के अधिकारियों को कई अहम दस्तावेज मिले हैं. इस पूरी कार्रवाई से प्रदेश कांग्रेस में हलचल नजर आ रही है क्योंकि इस कार्रवाई में इसके कई मंत्री विधायक व बड़े नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं. विभाग के सूत्रों ने बताया कि शुरुआती जांच पड़ताल में कई अहम जानकारी व दस्तावेज मिले हैं तो वहीं इनकम टैक्स विभाग पर लगातार दबाव भी बनाया जा रहा है.
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बुधवार से शुरू हुई है कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा- कन्याकुमारी से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा बुधवार से शुरू हुई है. राहुल गांधी ने इस यात्रा की राजीव गांधी की समाधि पर पुष्प चढ़ाकर शुरुआत की. इस दौरान कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता मौजूद रहे. ऐसे में राजस्थान में इनकम टैक्स विभाग की रेड ने कांग्रेसियों को परेशान कर दिया है. कांग्रेसियों में हलचल नजर आ रही है. सोशल मीडिया पर बयानबाजी शुरू हो चुकी है. बीते दिनों आईडी इनकम टैक्स की कार्रवाई ने कांग्रेसियों को परेशान कर दिया था. कुछ दिनों तक कार्रवाई पर रोक लगी रही, लेकिन एक बार फिर से इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी व रेड की प्रक्रिया शुरू हुई है.
जानकार सूत्रों की मानें तो कई बड़े कारोबारी आयकर विभाग की रडार पर हैं. आयकर विभाग की बड़ी छापामार कार्रवाई (IT Raid in Jaipur) से बड़े उद्यमियों में खौफ का माहौल बन गया है. 300 से अधिक आयकर कर्मी और पुलिसकर्मियों की टीम छापेमारी कार्रवाई में शामिल है. इसके साथ ही सीआरपीएफ के जवान भी आयकर विभाग की टीम के साथ मौजूद हैं. कारोबारी के आवास, दफ्तर और अन्य ठिकानों पर आयकर विभाग की टीमें छापेमारी कार्रवाई कर रही है. करीब 100 वाहनों का आयकर विभाग की छापेमारी में इस्तेमाल किया गया है. जयपुर जिले के कोटपूतली में भी छापे मारे गए हैं. राजस्थान के साथ दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड में भी छापेमारी की जा रही है. राजस्थान में मिड डे मील में कमाई करने वालों पर छापामार कार्रवाई की गई है.
जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग को काफी दिनों से कारोबारी के ठिकानों पर काली कमाई का इनपुट मिल रहा था. जिसके बाद आयकर विभाग के अधिकारियों ने टीम का गठन करके छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया है. आयकर विभाग की टीमें कारोबारी के बैंक लॉकर्स को भी खंगालने की तैयारी कर रही है. इसके साथ ही कारोबारी के ठिकानों पर दस्तावेजों की भी जांच पड़ताल की जा रही है. आयकर विभाग की जांच पड़ताल में काली कमाई के साथ ही बेनामी संपत्तियों के राज खुलने की भी संभावना है. फिलहाल, आयकर विभाग की टीमें जांच पड़ताल में जुटी हुई है.
उधमसिंह नगर के किच्छा स्थित आवास पर कार्रवाई- राजस्थान सरकार में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव के उधमसिंह नगर के किच्छा स्थित आवास पर आयकर विभाग (Raid on Kichha residence of Rajendra Yadav) ने छापा मारा है. बताया जा रहा है कि मंत्री के 53 ठिकानों पर आईटी की छापेमारी हुई है. इसमें जयपुर, उत्तराखंड के ठिकाने शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक, राजेंद्र यादव राज्य के राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी हैं.
राजेंद्र यादव के किच्छा आवास और सुबह यादव फूड्स (Raid in Yadav Foods Factory) के नाम से संचालित फैक्ट्री में आयकर विभाग द्वारा छापेमारी की गई है. आयकर विभाग की टीम आज सुबह लगभग 8 बजे पांच वाहनों में सवार होकर फैक्ट्री और आवास पहुंची. तब से लगातार छापेमारी जारी है. छापेमारी अभियान में लोकल पुलिस को इंवॉल्व नहीं किया गया है. वहीं, सूचना पाकर व्यापार मंडल के लोग मंत्री के आवास पर पहुंचे लेकिन उन्हें अंदर घुसने नहीं दिया गया.
कब और क्या हुआ ? : दरअसल, इनकम टैक्स विभाग ने बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. इनकम टैक्स विभाग के 300 से ज्यादा कर्मचारी देश में 65 जगहों पर एक कारोबारी ग्रुप के ठिकानों पर जांच पड़ताल कर रहे हैं. जयपुर सहित राजस्थान में भीलवाड़ा, पाली के अलावा अन्य जगहों पर 50 जगह व जबकि दिल्ली, फरीदाबाद, गुड़गांव, मुंबई, अमरावती, औरंगाबाद सहित करीब 15 जगहों पर इनकम टैक्स विभाग की टीम ने एक साथ रेड मारी.
इनकम टैक्स विभाग की टीम के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद है. इस रेड के बाद राजनीतिक गलियारे में भी हलचल नजर आई. क्योंकि जिस कंपनी के खिलाफ यह कार्रवाई की गई. उस कंपनी के कर्ता-धर्ता प्रदेश सरकार में मंत्री राजेंद्र सिंह यादव के बेटे हैं. इस फर्म में कुछ नेताओं और मंत्रियों का भी शामिल होने का अंदेशा है. हालांकि इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों ने अभी तक इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की है. लेकिन विभाग के सूत्रों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कुछ समय पहले इनकम टैक्स विभाग ने मिड डे मील की एक बड़ी कार्रवाई की. उस दौरान मिड डे मील में ज्यादा बच्चों का भुगतान उठाने का मामला सामने आया. लेकिन राजस्थान में चल रही इस कार्यवाही में सप्लाई में गड़बड़ी करने व मुनाफा कमाने का मामला सामने आ रहा है. हालांकि, यह कार्रवाई बुधवार रात और गुरुवार को भी जारी रहेगी. ऐसे में इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी लगातार कर्मचारियों के संपर्क में है व जांच पड़ताल में जुटे हुए हैं.
इनकम टैक्स विभाग के सूत्रों की मानें तो यह ग्रुप हाउसिंग सोसायटी बिल्डिंग मॉल सहित कई अन्य चीजों में भी निवेश करता है. इस ग्रुप के अलावा इनसे जुड़ी हुई कई अन्य कंपनियों में भी जांच पड़ताल चल रही है. अलग-अलग कंपनियों के नाम फंड व सामान ट्रांसफर करने वह कार्य को सब लेट करने के नाम पर मुनाफा कमाने का मामला भी सामने आ रहा है. इस पूरी कार्रवाई की मॉनिटरिंग दिल्ली से हो रही है. इनकम टैक्स विभाग के सूत्रों की मानें तो इस रेड से पहले विभाग के अधिकारियों ने सभी दस्तावेज जुटाए व लंबे समय से इस फर्म के कार्यों पर नजर रख रहे थे. इस कार्रवाई के बाद कुछ और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं व कुछ खुलासे हो सकते हैं.