जयपुर. जयपुर पुलिस आयुक्तालय की सीएसटी ने गुरुवार को सवाईमाधोपुर जिले में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 353 किलो गांजे के साथ एक अंतरराज्यीय गांजा तस्कर को गिरफ्तार किया है. जब्त किए गए गांजे की बाजार में कीमत करीब एक करोड़ रुपए आंकी जा रही है. वारदात में काम में लिया जा रहा मिनी कंटेनर भी पुलिस ने जब्त कर लिया है. वह खुद ही वाहन चलाकर उड़ीसा से गांजा लाकर जयपुर, सवाईमाधोपुर और करौली में सप्लाई करता है.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) कैलाशचंद विश्नोई ने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश के लिए सीएसटी इकाई सीआई बनवारी लाल मीना के नेतृत्व में टीम गठित की गई. इस टीम के सदस्य भंवर सिंह को मिली पुख्ता सूचना के आधार पर टीम ने सवाईमाधोपुर की बाटोदा थाने पुलिस के साथ कार्रवाई करते हुए स्टेट हाइवे के नावाडिया टोल प्लाजा के पास कार्रवाई की और गांजा तस्करी के आरोप में राजेंद्र कुमार मीणा को गिरफ्तार किया है. उसके कब्जे से 353 किलो गांजा और तस्करी में प्रयुक्त कंटेनर जब्त किया गया है.
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जयपुर में एक साथ बड़ी खेप लाने से बचताः राजेंद्र मीणा से प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वह उड़ीसा से गांजा लाकर जयपुर में सप्लाई करता है. लेकिन इतनी बड़ी खेप एकसाथ जयपुर में लाने के बजाए वह अपने गांव उदेई कलां में यह खेप उतारने वाला था. इसके बाद जरूरत के हिसाब से कम मात्रा में जयपुर में गांजा लाकर सप्लाई करता. लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ गया. वह ट्रक ड्राइवर का काम करता है. उसने उड़ीसा में एक होटल खोल रखी है. जिसकी आड़ में गांजे की तस्करी करता है.
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डेढ़-दो महीने में लगता है एक चक्करः पूछताछ में पता चला है कि वह गांजे की तस्करी के लिए हर डेढ़-दो महीने में एक बार उड़ीसा जाता है. एक बार में करीब 10 क्विंटल गांजा लाता है. वह 2500-3000 रुपए किलो के भाव से गांजा लाता है और यहां सप्लायर्स को 18-20 हजार रुपए किलो के हिसाब से बेचता है. उसने बड़ी मात्रा में गांजे की सप्लाई कानोता निवासी महेश मालावत, नादौती निवासी राजेश गुर्जर, गंगापुर सिटी निवासी भूरा शर्मा, रमेशी और दौसा निवासी पिपल्या महावर को भी करने की बात कबूल की है. उसने पूछताछ में बताया कि उसका भाई राहुल भी गांजा खरीदने उड़ीसा गया. मां कौशल्या और पत्नी प्रकाश मीणा को भी उसके इस काम की जानकारी थी. वे गांजा खरीदने के लिए रकम का इंतजाम भी करती थी.