जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को राजस्थान की प्रदेश कार्यकारिणी और जिला अध्यक्षों के साथ बैठक में वर्चुअल रूप से शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाएं बेहतरीन हैं. पहली बार ऐसा हुआ है कि एंटी इनकंबेंसी नहीं है. यह इसलिए भी है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी और सरकार ने मिलकर प्रस्ताव पास किए और उसके चलते जनता में माहौल बदला है. लोग कहने लगे हैं कि राजस्थान में सरकार आएगी.
मुख्यमंत्री ने इस दौरान पदाधिकारियों से कहा कि सरकार आ सकती है और आएगी में बहुत अंतर होता है. जब जनता कहने लगी है कि सरकार आ सकती है, जब आप पदाधिकारी मेहनत करोगे और जनता के बीच माहौल बना दोगे, तो वे यह भी कहने लगेगी कि सरकार आएगी. अगर जनता यह कहने लगेगी, तो राजस्थान का ये मेसेज पूरे देश में जाएगा. गहलोत ने पदाधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि आप ऐसा काम कर सकते हैं कि 1 महीने में लोगों कहने लगेंगे की सरकार आ रही है. अशोक गहलोत ने कहा कि मैं हर बार यह कोशिश करता था कि पीसीसी अधिवेशन करें और प्रस्ताव हमें भेजें. लेकिन दुर्भाग्य से मैं कामयाब नहीं हो पाया.
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गहलोत ने कहा कि पहली बार प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मेरे कहने के बाद प्रस्ताव बनाए और हमें भेजें. इसी के अनुसार हमने बजट पास किए. लेकिन यह जो माहौल बना है, यह खाली मेरे अकेले की वजह से नहीं बना है. खाली बजट पेश करना, सब कुछ नहीं होता. बजट को पेश करना और बजट इंप्लीमेंट करना अलग-अलग बात होती है. मैंने अधिकांश घोषणाओं को इंप्लीमेंट करना शुरू कर दिया है, लेकिन इन सब बातों के बावजूद हमें चुनाव जीतने के लिए कई बातें करनी पड़ती हैं. जिनमें व्यवहार, मेहनत और जनसंपर्क शामिल है.
कार्यकारिणी में आने के बाद 5 लोग काम करने वाले नहीं मिलतेः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक लेते हुए कटाक्ष भी किए और कहा कि नई-नई जब कार्यकारिणी बनती है, तो लोग सिफारिश करवाते हैं कि हमें पद मिलना चाहिए. हम इतने सारे काम कर रहे हैं, लेकिन बनने के बाद धीरे-धीरे यह स्थिति बन जाती है कि प्रदेश अध्यक्ष को 5 लोग भी काम करने वाले नहीं मिलते हैं. अध्यक्ष ढूंढता रह जाता है. यह क्या तरीका होता है? जब कोई पदाधिकारी बना है, तो वह खुद प्रदेश अध्यक्ष को आकर कहे कि मैं क्या काम कर सकता हूं. यह मैं कर चुका हूं. लेकिन धीरे-धीरे स्थिति ऐसी हो जाती है कि ज्यादातर पदाधिकारी इनएक्टिव हो जाते हैं.
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अभी जो पदाधिकारी बने हैं, वे उस समय चैलेंज को स्वीकार कर रहे हैं. जब दिल्ली में हमारी सरकार नहीं है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अकेले कुछ नहीं कर सकते, हम सबको राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के हाथ मजबूत करने होंगे. गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी ने भी एक बार कहा था कि सब को धैर्य रखना चाहिए. हर कोई विधायक और सांसद नहीं बन सकता, लेकिन सबके सामने उदाहरण है कि कई एमएलए और एमपी ऐसे लोग बनते हैं, जो कभी सोच भी नहीं सकते थे.
भाजपा में वाशिंग मशीन लगी, पार्टी में एंट्री होते ही हो जाते हैं साफः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा के पास वाशिंग मशीन लगी हुई है जैसे ही दूसरी पार्टी के नेता इनकी पार्टी में शामिल होते हैं, वे पाक साफ हो जाते हैं. महाराष्ट्र में जिन 9 लोगों ने शपथ ली, उन सब पर ईडी के चार्ज थे. अजित पवार पर तो 1000 करोड़ का चार्ज था. गहलोत ने कहा कि अभी मुझे ठीक होने में 10 से 15 दिन और लगेंगे. उन्होंने कहा कि ऐसा तो कभी होता नहीं है, डॉक्टर भी कह रहे हैं कि हम पहली बार देख रहे हैं कि दोनों पैरों की अंगुलियों में एक साथ फैक्चर हो जाए और एक नाखून उखड़ जाए. ऐसा कभी होता नहीं है, लेकिन मेरे साथ हुआ है.