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Rajasthan Assembly Election : बसपा ने करौली और खेतड़ी के घोषित किए प्रत्याशी, पूर्व विधायक पूरणमल सैनी का कटा टिकट, अब तक 5 टिकट फाइनल - पार्टी सुप्रीमो मायावती

राजस्थान बसपा ने दो और विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने करौली और खेतड़ी विधानसभा सीट के लिए प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं.

Rajasthan Assembly Election
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Published : Aug 9, 2023, 2:24 PM IST

Updated : Aug 9, 2023, 3:31 PM IST

जयपुर. एक तरफ कांग्रेस और भाजपा में टिकटों को लेकर लगातार मंथन चल रहा है और कहा जा रहा है कि कांग्रेस सितंबर से टिकट वितरण का काम शुरू करेंगी. लेकिन बहुजन समाज पार्टी एक के बाद एक अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर रही है. इसी कड़ी में बुधवार को पार्टी ने करौली और खेतड़ी विधानसभा के टिकट घोषित कर दिए. पार्टी ने करौली से रविंद्र मीणा और खेतड़ी से मनोज घुमरिया को टिकट दिया है.

आपको बता दें कि करौली से 2018 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर लाखन मीणा ने जीत दर्ज की थी, लेकिन वो बाद में बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. वहीं, खेतड़ी से इस बार बसपा ने आश्चर्यजनक परिवर्तन करते हुए पूर्व विधायक पूरणमल सैनी का टिकट काटकर उनकी जगह मनोज घुमरिया को टिकट दिया है. पूरणमल सैनी साल 2008 से लगातार तीन बार बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे और 2013 में भी वो बसपा की टिकट पर विधायक बने थे. बावजूद इसके इस बार बसपा ने पूरणमल सैनी का टिकट काट दिया है.

2008 के बाद साल 2018 में भी बसपा के राजस्थान में 6 विधायकों ने जीत दर्ज की थी, लेकिन दोनों ही बार बसपा के छह के छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए. इस बार बसपा ने अब यह भी मैसेज दे दिया है कि बसपा पार्टी छोड़कर जाने वाले विधायकों को माफ नहीं किया जाएगा. यही कारण है कि जिन छह विधायकों ने पार्टी छोड़ी थी, उनमें से 3 विधायकों की सीट नगर, नदबई और करौली में बसपा ने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. हालांकि, अभी भी उदयपुरवाटी तिजारा और किशनगढ़ बास के प्रत्याशी घोषित किए जाने बाकी है.

इसे भी पढ़ें - Rajasthan Assembly Election : दो बार विधायकों ने दिया दगा, फिर भी सियासी जमीन पर खड़ी है बसपा, इस बार ठोक-बजाकर देगी टिकट

इन पांच सीट पर बसपा की है मजबूत पकड़ - जिन 5 सीटों पर बसपा ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं, वहां पर बसपा हमेशा मजबूत रही है. नगर विधानसभा सीट पर 1998 और 2018 में बसपा को जीत मिली तो अन्य चुनावों में भी यहां पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा और प्रत्याशी दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे. उसी तरह करौली विधानसभा सीट से बसपा को बीते चार चुनाव में दो बार जीत मिली है, बाकी दो चुनाव में भी बीएसपी का उम्मीदवार दूसरे व चौथे नंबर पर रहा. इधर, नदबई विधानसभा पर बसपा को बीते चुनाव में जीत मिली तो उससे पहले 3 चुनाव में बसपा का प्रत्याशी नंबर दो या फिर 3 पर रहा था.

वहीं, धौलपुर विधानसभा में बसपा का बीते चार चुनाव में एक बार विधायक बना है तो बाकी चुनाव में भी बसपा के प्रत्याशी दूसरे या तीसरे स्थान पर रहे. इसी तरह से खेतड़ी विधानसभा पर भी बसपा के प्रत्याशी ने एक चुनाव में जीत दर्ज की है तो बाकी चुनाव में भी बसपा प्रत्याशी दूसरे या तीसरे स्थान पर रहा. ऐसे में साफ है कि बहुजन समाज पार्टी अबकी बार पहले ही मजबूत सीटों पर प्रत्याशी उतारकर अपनी सीटों को मजबूत करने की कवायद में जुट गई है.

2018 में इन छह सीटों पर जीती थी बसपा - साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर छह प्रत्याशी चुनाव जीते थे. चुनाव जीतने वालों में नदबई से जोगिन्द्र सिंह अवाना, नगर से वाजिब अली, उदयपुरवाटी से राजेंद्र गुढ़ा, तिजारा से संदीप यादव, करौली से लाखन सिंह मीणा और किशनगढ़बास से दीपचंद खेरिया शामिल रहे. हालांकि, चुनाव जीतने के दस माह बाद ये सभी विधायक बसपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए. जिनके पार्टी बदलने का मामला अब भी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है.

जयपुर. एक तरफ कांग्रेस और भाजपा में टिकटों को लेकर लगातार मंथन चल रहा है और कहा जा रहा है कि कांग्रेस सितंबर से टिकट वितरण का काम शुरू करेंगी. लेकिन बहुजन समाज पार्टी एक के बाद एक अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर रही है. इसी कड़ी में बुधवार को पार्टी ने करौली और खेतड़ी विधानसभा के टिकट घोषित कर दिए. पार्टी ने करौली से रविंद्र मीणा और खेतड़ी से मनोज घुमरिया को टिकट दिया है.

आपको बता दें कि करौली से 2018 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर लाखन मीणा ने जीत दर्ज की थी, लेकिन वो बाद में बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. वहीं, खेतड़ी से इस बार बसपा ने आश्चर्यजनक परिवर्तन करते हुए पूर्व विधायक पूरणमल सैनी का टिकट काटकर उनकी जगह मनोज घुमरिया को टिकट दिया है. पूरणमल सैनी साल 2008 से लगातार तीन बार बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे और 2013 में भी वो बसपा की टिकट पर विधायक बने थे. बावजूद इसके इस बार बसपा ने पूरणमल सैनी का टिकट काट दिया है.

2008 के बाद साल 2018 में भी बसपा के राजस्थान में 6 विधायकों ने जीत दर्ज की थी, लेकिन दोनों ही बार बसपा के छह के छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए. इस बार बसपा ने अब यह भी मैसेज दे दिया है कि बसपा पार्टी छोड़कर जाने वाले विधायकों को माफ नहीं किया जाएगा. यही कारण है कि जिन छह विधायकों ने पार्टी छोड़ी थी, उनमें से 3 विधायकों की सीट नगर, नदबई और करौली में बसपा ने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. हालांकि, अभी भी उदयपुरवाटी तिजारा और किशनगढ़ बास के प्रत्याशी घोषित किए जाने बाकी है.

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इन पांच सीट पर बसपा की है मजबूत पकड़ - जिन 5 सीटों पर बसपा ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं, वहां पर बसपा हमेशा मजबूत रही है. नगर विधानसभा सीट पर 1998 और 2018 में बसपा को जीत मिली तो अन्य चुनावों में भी यहां पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा और प्रत्याशी दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे. उसी तरह करौली विधानसभा सीट से बसपा को बीते चार चुनाव में दो बार जीत मिली है, बाकी दो चुनाव में भी बीएसपी का उम्मीदवार दूसरे व चौथे नंबर पर रहा. इधर, नदबई विधानसभा पर बसपा को बीते चुनाव में जीत मिली तो उससे पहले 3 चुनाव में बसपा का प्रत्याशी नंबर दो या फिर 3 पर रहा था.

वहीं, धौलपुर विधानसभा में बसपा का बीते चार चुनाव में एक बार विधायक बना है तो बाकी चुनाव में भी बसपा के प्रत्याशी दूसरे या तीसरे स्थान पर रहे. इसी तरह से खेतड़ी विधानसभा पर भी बसपा के प्रत्याशी ने एक चुनाव में जीत दर्ज की है तो बाकी चुनाव में भी बसपा प्रत्याशी दूसरे या तीसरे स्थान पर रहा. ऐसे में साफ है कि बहुजन समाज पार्टी अबकी बार पहले ही मजबूत सीटों पर प्रत्याशी उतारकर अपनी सीटों को मजबूत करने की कवायद में जुट गई है.

2018 में इन छह सीटों पर जीती थी बसपा - साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर छह प्रत्याशी चुनाव जीते थे. चुनाव जीतने वालों में नदबई से जोगिन्द्र सिंह अवाना, नगर से वाजिब अली, उदयपुरवाटी से राजेंद्र गुढ़ा, तिजारा से संदीप यादव, करौली से लाखन सिंह मीणा और किशनगढ़बास से दीपचंद खेरिया शामिल रहे. हालांकि, चुनाव जीतने के दस माह बाद ये सभी विधायक बसपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए. जिनके पार्टी बदलने का मामला अब भी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है.

Last Updated : Aug 9, 2023, 3:31 PM IST
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