हनुमानगढ़. जिला मुख्यालय पर 'रैन बसेरे' होने के बावजूद बेसहारा लोग वर्षों से सड़कों पर सोने को मजबूर थे. 'रैन बसेरे' में आश्रय लेने के लिए आईडी प्रूफ की अनिवार्यता और केयर टेकर की मनमर्जी शामिल थी, और इन निराश्रित लोगों के पास आईडी प्रूफ नहीं होने से ये खुले आसमान में फुटपाथ पर सोते थे.
वहीं जब ये गंभीर मुद्दा खबरों के जरिए Etv भारत पर प्रमुखता से उठाया गया तो हनुमानगढ़ जिला कलेक्टर जाकिर हुसैन ने स्वेदनशीलता दिखाते हुए त्वरित एक्शन लेते हुए नगरपरिषद अधिकारियों को आदेश दिए थे कि, जो भी लोग सड़कों और फुटपाथ पर सो रहे है, उनकी शीघ्र अतिशीघ्र 'रैन बसेरे' में व्यवस्था की जाए.
वहीं आदेशों के बाद नगर परिषद की टीम जक्शन के भगत सिंह चौक और रेलवे स्टेशन बाउंड्री में पहुंची और सड़कों पर सो रहे भिक्षुओं और निराश्रितों को अपने वाहन द्वारा 'रेन बसेरे' पहुंचाया था. जिन नगरपरिषद के अधिकारियों ने वर्षों तक इन निराश्रितों की सुध नहीं ली थी, अब Etv भारत की ओर से प्रमुखता से खबर दिखाने के बाद नगरपरिषद की ओर से इसको अभियान बना लिया गया.
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उनका कहना है, कि एक भी व्यक्ति को सड़क पर नहीं सोने दिया जाएगा और ना ही किसी प्रकार की खाने-पीने और गर्म वस्त्रों की दिक्कत आने दी जाएगी. एक तरफ जहां लम्बे समय से सड़कों पर सो रहे बेसहारा लोग छत मय्यसर होने के बाद काफी राहत महसूस कर रहे है, तो वहीं शहर के गणमान्य लोगों की ओर से Etv भारत के इस प्रयास की सोशल साइट्स पर काफी सराहना की जा रही है.