धौलपुर. पांच दिवसीय दीपोत्सव के चौथे दिन कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को जिले भर में लोगों ने गोवर्धन पूजा की. इस मौके पर लोगों ने गाय माता, बैल सहित अन्य पशुओं को स्नान करवाकर फूल, माला, धूप, चंदन सहित अन्य सामग्रियों से पूजा की. लोगों ने गायों को मिष्ठान खिलाकर उनकी आरती उतारी.
बता दें कि वैदिक काल में यह पूजा ‘इन्द्रयाग’ के रूप में की जाती थी, लेकिन द्वापर युग में श्रीकृष्ण ने इस याग के स्थान पर गोवर्धन याग का प्रारम्भ किया. लोगों ने अपने घरों में गोबर से गोवर्धन बनाकर उसकी पूजा-अर्चना कर जमकर आतिशबाजी की.
पढ़ें: गोवर्धन पूजन के लिए जानें क्या है शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
दरअसल, धौलपुर जिला ब्रज क्षेत्र के नजदीक है, इससे यहां पर गोवर्धन पूजा का असर देखने को मिलता है. यहां के लोग भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं में रमे हुए होते हैं.