धौलपुर. दिहौली थाना क्षेत्र के एक गांव से 29 नवंबर 2022 को गांव के ही युवक द्वारा अपहरण कर भगाई गई नाबालिग लड़की का सुराग नहीं लगने पर आक्रोशित परिजनों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव कर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उसके बाद एसपी कार्यालय पहुंच कर पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए आक्रोश व्यक्त किया. परिजनों ने अतिरिक्त कलेक्टर को शिकायत पत्र पेश कर नाबालिग को दस्तयाब करने के साथ पुलिस पर भी कार्रवाई की मांग की.
पूरे प्रकरण को लेकर दिहौली थाना प्रभारी बिधाराम अंबेश ने बताया कि परिजनों द्वारा दी गई रिपोर्ट पर नामजद आरोपी के खिलाफ अपहरण समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है. पुलिस टीम गठित कर आरोपी के संबंधित ठिकानों पर दबिश की कार्रवाई कर रही है. आरोपी के परिजनों से भी पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ नाबालिग को दस्तयाब करने के लिए साइबर सेल की भी मदद ली जा रही है. उन्होंने बताया कि नाबालिग को शीघ्र दस्तयाब कर आरोपी को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
पढ़ें : Pocso Court Order : नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म करने वाले अभियुक्त को 20 साल की सजा...
यह है पूरा मामला : अतिरिक्त कलेक्टर सुदर्शन सिंह तोमर को जिला कलेक्टर के नाम (Kidnapping Case of Minor Girl) दिए गए शिकायत पत्र में परिजनों ने बताया कि 29 नवंबर 2022 को गांव का ही नामजद आरोपी 16 साल की नाबालिग लड़की को भगा कर ले गया था. नाबालिग का सुराग नहीं लगने पर परिजनों ने 1 दिसंबर 2022 को दिहौली पुलिस थाने में नामजद आरोपी के खिलाफ अपहरण का अपराधिक प्रकरण दर्ज कराया था.
परिजनों ने बताया कि पुलिस ने एफआईआर 0187/22 दर्ज कर मामले को (Serious Allegations on the Police) दबा दिया. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा 20 दिन से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी पुलिस नाबालिग लड़की को दस्तयाब करने के साथ आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. शिकायत पत्र में आरोप है कि थाना प्रभारी आरोपी पक्ष से लेनदेन कर मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं.
बुधवार को गुस्साए परिजनों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पर भारी भीड़ के साथ पहुंच गए. कलेक्ट्रेट कार्यालय में (Protest on Dholpur District Collectorate Office) पीड़ित परिवार, पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गया. अतिरिक्त कलेक्टर सुदर्शन सिंह तोमर ने समझाइश कर मामले को शांत कराया. पीड़ित परिवार ने जिला प्रशासन और पुलिस को अलग-अलग शिकायत पत्र दिए हैं. नाबालिग को दस्तयाब करने के साथ दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है.