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ग्रामीण क्षेत्रों में चिन्हिंत कर करवाया जाएगा रैपिड एंटीजन टेस्ट : धौलपुर कलेक्टर

कोरोना महामारी से संक्रमण का पता लगाने के लिए कई तरह की जांच के विकल्प मौजूद हैं. इस संबंध में जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट 15 से 30 मिनट के अंदर आ जाती है, जबकि आरटीपीसीआर टेस्ट में छह से आठ घंटे का समय लगता है.

धौलपुर कलेक्टर
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Published : May 17, 2021, 8:33 PM IST

धौलपुर. कोरोना महामारी से संक्रमण का पता लगाने के लिए कई तरह की जांच के विकल्प मौजूद हैं लेकिन इस जांच में सर्वाधिक प्रयोग रैपिड एंटीजन टेस्ट और आरटी-पीसीआर टेस्ट का होता है. इन दो टेस्ट के जरिए व्यक्ति में संक्रमण के बारे में पता किया जा सकता है.

जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट 15 से 30 मिनट के अंदर आ जाती है, जबकि आरटीपीसीआर टेस्ट में छह से आठ घंटे का समय लगता है. उन्होंने बताया कि जिन गांवों में संक्रमण का फैलाव अधिक है या कोरोना हॉटस्पॉट बने स्थानों पर यह टेस्ट काफी कारगर साबित होगा.

पढ़ें- तौकते की तबाही: बांसवाड़ा में आकाशीय बिजली गिरने से 1 युवक और 2 पशुओं की मौत

उन्होंने बताया कि जिन गांव में ऐसी डेथ हुई है जिनका कोरोना टेस्ट नहीं हुआ है जिनका अग्रिम चिन्हीकरण कर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च से मान्यता प्राप्त रैपिड एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने वाले के संपर्क में आने वाले लोगों, ग्रामवासियों, परिवारजनों आदि को इसका फायदा मिल सकेगा.

जिससे समय पर संपर्क में आने वाले लोगों की जांच करवाकर उन्हें उचित इलाज व दवाई आदि उपलब्ध करवाई जा सकेगी. जिससे कोरोना के संक्रमण का फैलाब नियंत्रित किया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि जिले में 4 हजार रैपिड एंटीजन टेस्ट किट प्राप्त हुई है.

धौलपुर. कोरोना महामारी से संक्रमण का पता लगाने के लिए कई तरह की जांच के विकल्प मौजूद हैं लेकिन इस जांच में सर्वाधिक प्रयोग रैपिड एंटीजन टेस्ट और आरटी-पीसीआर टेस्ट का होता है. इन दो टेस्ट के जरिए व्यक्ति में संक्रमण के बारे में पता किया जा सकता है.

जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट 15 से 30 मिनट के अंदर आ जाती है, जबकि आरटीपीसीआर टेस्ट में छह से आठ घंटे का समय लगता है. उन्होंने बताया कि जिन गांवों में संक्रमण का फैलाव अधिक है या कोरोना हॉटस्पॉट बने स्थानों पर यह टेस्ट काफी कारगर साबित होगा.

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उन्होंने बताया कि जिन गांव में ऐसी डेथ हुई है जिनका कोरोना टेस्ट नहीं हुआ है जिनका अग्रिम चिन्हीकरण कर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च से मान्यता प्राप्त रैपिड एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने वाले के संपर्क में आने वाले लोगों, ग्रामवासियों, परिवारजनों आदि को इसका फायदा मिल सकेगा.

जिससे समय पर संपर्क में आने वाले लोगों की जांच करवाकर उन्हें उचित इलाज व दवाई आदि उपलब्ध करवाई जा सकेगी. जिससे कोरोना के संक्रमण का फैलाब नियंत्रित किया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि जिले में 4 हजार रैपिड एंटीजन टेस्ट किट प्राप्त हुई है.

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