बीकानेर: बुधवार को प्रदेश के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर अचानक पीबीएम अस्पताल के निरीक्षण के लिए पहुंचे. अचानक मंत्री के अस्पताल पहुंचने पर अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया. चिकित्सा मंत्री के साथ स्वास्थ्य सचिव गायत्री राठौड़ भी बीकानेर पहुंची. चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल के हार्ट, मेडिसिन, टीबी सहित अन्य विभागों का दौरा किया. वहीं स्वास्थ्य सचिव गायत्री राठौड़ ने प्रसूता विभाग का दौरा किया.
मरीजों से लिया फीडबैक: मंत्री खींवसर ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से इलाज से जुड़ा फीडबैक लिया. अस्पतालों में साफ-सफाई, दवाइयों की उपलब्धता, जांचों की स्थिति, स्टाफ, संसाधनों सहित प्रत्येक बिंदु की समीक्षा की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राज्य सरकार की मंशा के अनुसार प्रत्येक मरीज को समय पर बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले. उन्होंने कहा कि चिकित्सक अतिरिक्त संवेदनशीलता रखते हुए कार्य करें.
मैराथन मीटिंग में निर्देश: इसके पश्चात चिकित्सा मंत्री ने सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के सभागार में चिकित्सा अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने विभिन्न संस्थानों के कार्यों की समीक्षा की और कहा कि मैनपावर और संसाधनों की कमी जल्द दूर की जाएगी. एनएचएआई द्वारा राष्टीय राजमार्गों पर खोले गए फूड कोर्ट की तर्ज पर राज्य के सभी बड़े सरकारी अस्पतालों में फूड कोर्ट खोले जाएंगे, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को उच्च क्वालिटी की खाद्य सामग्री कम कीमत पर मिल सके. इसके लिए अधिकारियों को विभिन्न फूड चैन कंपनियों से समन्वय के निर्देश दिए हैं. उन्होंने फूड कोर्ट के लिए अस्पताल में स्थान उपलब्ध करवाने को कहा.
चिकित्सा मंत्री खींवसर ने अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए. उन्होंने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य और पीबीएम अधीक्षक को सभी यूनिट्स के नियमित निरीक्षण के निर्देश दिए. बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र विधायक सिद्धि कुमारी ने कहा कि पीबीएम अस्पताल में संभाग सहित अन्य प्रदेशों के मरीज इलाज के लिए आते हैं. इसके मद्देनजर पूर्ण गंभीरता के साथ कार्य किया जाए. बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास ने कहा कि सभी चिकित्सा यूनिट्स और ट्रोमा सेंटर में ईसीजी और सोनोग्राफी की व्यवस्था की जाए.