नई दिल्ली: टूरिज्म एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि सरकार विदेशी पर्यटकों की आमद को बढ़ाने के लिए अतुल्य भारत डिजिटल प्लेटफॉर्म को बढ़ावा देगी. फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मानद कोषाध्यक्ष गरिश ओबेरॉय ने ईटीवी भारत से कहा कि, उन्हें यकीन नहीं है कि, डिजिटल प्लेटफॉर्म को नया रूप देने के बाद यह कितना कारगर होगा.
उन्होंने आगे कहा कि, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि सरकार भारत और विदेशों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसे पूरे जोर-शोर से चलाएगी. इससे पहले अतुल्य भारत अभियान चलाया गया था, लेकिन कुछ कारणों से इसकी गति धीमी हो गई थी.
एक अन्य पर्यटन विशेषज्ञ राजीव मेहरा ने ईटीवी भारत से कहा, "अतुल्य भारत डिजिटल प्लेटफॉर्म को नया रूप देना अच्छी बात है, लेकिन सरकार को विदेशी पर्यटकों को हमारे देश की ओर आकर्षित करने के लिए भारत के साथ-साथ विदेशों में भी प्रचार गतिविधियों पर मुख्य ध्यान केंद्रित करना चाहिए, अन्यथा यह विकास के लिए कारगर नहीं होगा."
अतुल्य भारत डिजिटल प्लेटफॉर्म (IIDP) को देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सुंदरता और विविध आकर्षणों की खोज में रुचि रखने वाले यात्रियों और हितधारकों के लिए एक व्यापक संसाधन के रूप में एक नए संस्करण के साथ नया रूप दिया गया है.
पर्यटन मंत्रालय के अनुसार, पर्यटन का विकास मुख्य रूप से संबंधित राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा किया जाता है. हालांकि, केंद्रीय मंत्रालय अपनी विभिन्न बुनियादी ढांचा योजनाओं के तहत राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को वित्तीय सहायता प्रदान करके इन प्रयासों का पूरक है. मंत्रालय राज्य सरकारों को इस तरह की योजनाओं के तहत मंजूरी के लिए उनके द्वारा तैयार किए गए परियोजना प्रस्तावों में प्रमुख पर्यटन स्थलों पर विजिटर्स के अनुभव को बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी के उपयोग से जुड़े सॉफ्ट कंपोनेंट्स को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है.
इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए पर्यटन विशेषज्ञ सुभाष गोयल ने ईटीवी भारत से कहा, "सरकार को विदेशों में भारतीय पर्यटन कार्यालयों को फिर से खोलना चाहिए और भारत में विदेशी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रचार बजट बढ़ाना चाहिए अन्यथा यह केवल डिजिटल प्लेटफार्मों पर निर्भर रहेगा."
इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करते हुए पर्यटन विशेषज्ञ और इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के पूर्व अध्यक्ष प्रणब सरकार ने ईटीवी भारत से कहा, "सरकार ने कोविड से पहले अतुल्य भारत का प्रचार किया था, लेकिन महामारी के बाद इसका प्रचार नहीं हुआ है."
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि सरकार को इस अभियान को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देना चाहिए और जितना संभव हो सके विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विदेशों में रोड शो आयोजित करना चाहिए, जिससे न केवल भारत में विदेशी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए विदेशी मुद्रा अर्जित करने में मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा, "मंत्रालय की जानकारी के अनुसार, IIDP वास्तविक समय के मौसम अपडेट, शहर की खोज और आवश्यक यात्रा सेवाओं की पेशकश करके विजिटर्स के अनुभव को पर्सनलाइज्ड करता है. पोर्टल ने एएसआई स्मारकों के लिए उड़ानों, होटलों, कैब और बसों और टिकटों की निर्बाध बुकिंग के लिए कई ओटीए (ऑनलाइन ट्रैवल एजेंट) और हितधारकों के साथ भागीदारी की है.
भारत में विदेशी पर्यटक
मंत्रालय ने पहले कहा था कि 2023 में भारत में 9.24 मिलियन विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ, जो 2022 में 6.44 मिलियन की तुलना में 43.5 प्रतिशत की वृद्धि है.
विदेशी मुद्रा आय
मंत्रालय द्वारा पहले प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पर्यटकों के आगमन ने 2.3 लाख करोड़ रुपये (अनंतिम अनुमान) की विदेशी मुद्रा आय में योगदान दिया, जो 2022 में 1.39 लाख करोड़ रुपये की तुलना में इसी अवधि में लगभग 65 प्रतिशत की वृद्धि है.
पर्यटकों का डेटा
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से जून 2024 के दौरान FTA 47,78,374 (अनंतिम) दर्ज किए गए, और इसी अवधि के दौरान FEE का अनुमान 1.27 करोड़ रुपये था.
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कदम
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं, जिसमें साहसिक और विशिष्ट पर्यटन, ई-वीजा की उपलब्धता को आसान बनाना और पर्यटकों के लिए बहुभाषी हेल्पलाइन शुरू करना शामिल है.
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