धौलपुर. रूस और यूक्रेन पर किए गए हमले के बाद हालात बेहद जटिल हो गए हैं. धौलपुर जिले के तीन मेडिकल कॉलेज के छात्र यूक्रेन के बॉर्डर पर फंसे (3 students of Dholpur starainded in Ukraine) हुए हैं. वे सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर सरकार और मीडिया से मदद की गुहार लगा रहे हैं. स्थानीय सरकार की मदद नहीं मिलने से मेडिकल छात्रों को भारी परेशानी हो रही है. भूखे-प्यासे छात्र भारत सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं. युद्ध के हालात भयावह होने से परिजनों को भी चिंता सताने लगी है.
शहर के जिरौली मोहल्ले के रहने वाले 3 विद्यार्थी यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. लेकिन अचानक रूस और यूक्रेन में युद्ध छिड़ जाने से हमला करने के बाद हालात बेहद जटिल बन गए हैं. धौलपुर के 3 विद्यार्थी यूक्रेन की सीमा पर फंसे हुए हैं. स्थानीय सरकार की मदद नहीं मिलने से परिजन एवं सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर मदद मांग रहे हैं. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर छात्र शिवपाल सिंह ने कहा कि यूक्रेन में लगातार बम धमाके हो रहे हैं. सभी छात्र खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. भूखे-प्यासे विद्यार्थियों को यूक्रेन सरकार ने बॉर्डर पर छोड़ दिया है. खाने-पीने तक की व्यवस्था नहीं है.
इधर विद्यार्थियों के परिजनों का कहना है कि उनकी चिंता और मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रहीं हैं. प्रदेश सरकार और भारत सरकार से परिजन भी विद्यार्थियों को सुरक्षित लाने के लिए गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिल पा रहा है. यूक्रेन में हालात बदतर होने के बाद भारत के विद्यार्थियों का पलायन शुरू हो गया है. एक छात्र के परिजन चंद्रभान का कहना है कि यूक्रेन सरकार के फौजी भी बच्चों को परेशान कर रहे हैं.
विद्यार्थियों को खदेड़ कर सीमा बॉर्डर पर छोड़ दिया गया है. उन्होंने भारत सरकार से गुहार लगाई कि उनके बच्चों को सुरक्षित और सकुशल वतन ले आएं. गौरतलब है कि धौलपुर शहर के जिरोली निवासी शिवपाल सिंह पुत्र चंद्रभान के साथ कुलदीप पुत्र पूरन चंद शर्मा एवं हर्ष चौधरी पुत्र भारत चौधरी थी यूक्रेन में फंसे हुए हैं.
नेहा और सुरभि ने बताए हालात
यूक्रेन की राजधानी कीव में विकेंड कर्फ्यू हटाने बाद वहां फंसे भारतीय व अन्य लोगों को निकालने के लिए सोमवार को एक ट्रेन रवाना की गई. जिसके लिए स्टूडेंट्स केा दूतावास ने मेट्रो स्टेशन पहुंचने का कहा है. जोधपुर की छात्रा नेहा व सुरभि ने मेट्रो स्टेशन की ओर जाते हुए अपनी मां को फोन कर पूरे हालात बताए. नेहा ने कहा कि आज वॉर नहीं रूकी है. हमें सिर्फ बॉर्डर तक पहुंचना है जिसके बाद हम सुरक्षित होंगे.