चूरू. स्वच्छ भारत मिशन में चूरू के बेहतरीन काम को जानने के लिए के साउथ अफ्रीकन देशों की 14 सदस्यीय टीम चूरू पहुंची. जिला कलेक्ट्रेट सभागार में टीम के साथ हुई बैठक में कलेक्टर संदेश नायक ने स्वच्छ भारत मिशन में चूरू के बेहतरीन काम के बारे में दल को बताया.
कलेक्टर ने कहा कि चूरू में स्वच्छ भारत मिशन को एक सरकारी कार्यक्रम के तौर पर ना लेकर जन आंदोलन के तौर पर विकसित किया गया. जिसके बाद जाकर लोग इससे जुड़े और इस अभियान में सफलता हासिल हुई. इस मौके पर अफ्रीकन टीम को वर्तमान में जिले के सभी सरकारी कार्यालयों में सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक और राजीविका महिला समूह की ओर से किए जा रहे, नवाचारों की जानकारी दी गई. कल टीम तारानगर के दौरे पर रहेगी.
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वहीं कलेक्टर ने टीम के सवालों पर कहा कि यहां के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, आम लोगों और मीडिया के सहयोग से जिले ने स्वच्छ भारत मिशन में खुद को अग्रणी साबित किया है.
बता दें कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत चूरू को स्वच्छ रखने के लिए चोखो चूरू नारा दिया गया. जिले का तारानगर ब्लॉक प्रदेश का पहला ओडीएफ बना. जिले में कम्यूनिटी टॉयलेट बनवाये गए. शौचालय से वंचित परिवारों में शौचालयों का निर्माण करवाया गया. स्वच्छ भारत मिशन में चूरू अग्रणी जिला रहा है.