चूरू. स्वर्णिम उम्मीदों के साथ सोमवार को टोक्यो में देवेंद्र झाझड़िया भाला फेंकेंगे. देवेंद्र झाझड़िया, साल 2004 में एथेंस और साल 2016 के रियो पैरालंपिक में जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल ला चुके हैं.
टोक्यो पैरालंपिक में सोमवार के दिन भारत के लिए स्वर्णिम उम्मीदों वाला दिन रहेगा. साल 2004 के एथेंस और साल 2016 के रियो पैरालंपिक में जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतने वाले देवेंद्र झाझड़िया सोमवार सवेरे टोक्यो में भाला फेंकेंगे. जोरदार फॉर्म में चल रहे देवेंद्र झाझड़िया रिकॉर्ड प्रदर्शन के साथ टोक्यो पैरालिंपिक में अपने इवेंट में गोल्ड मेडल के प्रबल दावेदार हैं.
बता दें, राजस्थान के चूरू जिले के गांव झाझड़ियों की ढाणी के रहने वाले देवेंद्र झाझड़िया ने अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 65.71 मीटर भाला फेंककर पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई किया था और टोक्यो पैरालंपिक के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने 67 से 69 मीटर जेवलिन थ्रो करने की उम्मीद जताई थी और अपने फिटनेस लेवल को लेकर वे बहुत आश्वस्त थे.
आश्वस्त करने वाली बात ये है कि 20 साल की उम्र में देवेंद्र जितना जेवलिन थ्रो कर रहे थे, आज चालीस की उम्र में उससे भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. देवेंद्र के इवेंट को लेकर देवेंद्र के गांव में और उनके चाहने वालों में बड़ा उत्साह है और वे बड़ी ही बेसब्री से सोमवार की सुबह का इंतजार कर रहे हैं की उनका लाडला सोमवार को टोक्यों में गोल्ड के लिए भाला फेंकेगा और अपने गांव और प्रदेश के साथ देश का नाम रौशन करेगा.