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चूरू जिले में डेंगू का कहर, अब तक 21 मरीज पाए गए पॉजिटिव

जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के सरकार चाहे लाख दावे करे परंतु हकीकत इसके उलट कुछ और ही होती है. चूरू जिले में सरकारी व्यवस्थाओं की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अभी तक जिला स्तरीय अस्पतालों में ब्लड स्टोरेज की सुविधा नहीं है. वहीं मौसमी बीमारियों के फैलने पर चिकित्सा विभाग भी सिर्फ बयानबाजी कर अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है.

चूरू, 21 patients founded positive
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Published : Nov 1, 2019, 1:05 PM IST

चूरू. जिले के सुजानगढ़ में इन दिनों मौसमी बीमारियों सहित डेंगू का कहर जारी है. यहां के सरकारी अस्पताल में रोजाना दो से तीन डेंगू के मरीज इलाज करवाने आ रहे हैं. अब तक कुल 21 डेंगू के मरीज पॉजिटिव सामने आ चुके हैं.

चूरू जिले में मौसमी बीमारियों सहित डेंगू का कहर जारी

जिले के दूसरे सबसे बड़े राजकीय बगड़िया अस्पताल में ब्लड स्टोरेज की सुविधा नहीं होने के चलते डेंगू के रोगियों को गंभीर अवस्था में दूसरी जगह रैफर करना पड़ रहा है. हाल ही में आई केंद्रीय स्वास्थ्य निरीक्षण टीम ने भी इसे बड़ी खामी माना है. वहीं अस्पताल के पीएमओ डॉ. एनएस राठौड़ का कहना है कि इसके लिए हमने राज्य सरकार को लिखा है. अस्पताल में कार्यरत डॉक्टरों का कहना है कि क्षेत्र में डेंगू फैला हुआ है. परंतु ब्लड स्टोरेज और प्लेट्लेट्स की सुविधा नहीं होने के कारण मरीजों को हाई ऑथोरिटी सेंटर पर रैफर करना पड़ रहा है.

यह भी पढ़ेंः टोल पर टकराव : भाजपा नेताओं के विरोध पर राज्य सरकार का बयान, कहा - केंद्र में निजी वाहनों को टोल शुल्क में छूट नहीं तो स्टेट में क्यों?

वहीं अस्पताल में भर्ती रोगियों के परिजनों का आरोप है कि यहां पर सुविधा नहीं मिलने के चलते डेंगू जैसे रोग में भी 4 से 5 दिन तक सुधार नहीं हो पा रहा है. गौरतलब है कि सूबे की गहलोत सरकार में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल के क्षेत्र में इस तरह की कमी होना, अपने आप में कई सवाल खड़े करती है.

चूरू. जिले के सुजानगढ़ में इन दिनों मौसमी बीमारियों सहित डेंगू का कहर जारी है. यहां के सरकारी अस्पताल में रोजाना दो से तीन डेंगू के मरीज इलाज करवाने आ रहे हैं. अब तक कुल 21 डेंगू के मरीज पॉजिटिव सामने आ चुके हैं.

चूरू जिले में मौसमी बीमारियों सहित डेंगू का कहर जारी

जिले के दूसरे सबसे बड़े राजकीय बगड़िया अस्पताल में ब्लड स्टोरेज की सुविधा नहीं होने के चलते डेंगू के रोगियों को गंभीर अवस्था में दूसरी जगह रैफर करना पड़ रहा है. हाल ही में आई केंद्रीय स्वास्थ्य निरीक्षण टीम ने भी इसे बड़ी खामी माना है. वहीं अस्पताल के पीएमओ डॉ. एनएस राठौड़ का कहना है कि इसके लिए हमने राज्य सरकार को लिखा है. अस्पताल में कार्यरत डॉक्टरों का कहना है कि क्षेत्र में डेंगू फैला हुआ है. परंतु ब्लड स्टोरेज और प्लेट्लेट्स की सुविधा नहीं होने के कारण मरीजों को हाई ऑथोरिटी सेंटर पर रैफर करना पड़ रहा है.

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वहीं अस्पताल में भर्ती रोगियों के परिजनों का आरोप है कि यहां पर सुविधा नहीं मिलने के चलते डेंगू जैसे रोग में भी 4 से 5 दिन तक सुधार नहीं हो पा रहा है. गौरतलब है कि सूबे की गहलोत सरकार में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल के क्षेत्र में इस तरह की कमी होना, अपने आप में कई सवाल खड़े करती है.

Intro:चूरू_सुजानगढ़ सरकार चाहे लाख दावे कर ले जनता को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के परंतु हकीकत इसके उलट कुछ और ही होती है। सरकारी व्यवस्थाओं की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अभी तक जिला स्तरीय अस्पतालों में ब्लड स्टोरेज की सुविधा नहीं है। वहीं मौसमी बीमारियों के फैलने पर चिकित्सा विभाग भी सिर्फ बयान बाजी कर अपनी ड्यूटी निभा रहा है।Body:सुजानगढ़ में इन दिनों मौसमी बीमारियों सहित डेंगू का कहर जारी है। यहां के सरकारी अस्पताल में रोजाना दो से तीन डेंगू के मरीज आ रहे हैं। अब तक कुल 21 डेंगू के मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। जिले के सबसे दूसरे बड़े राजकीय बगड़िया अस्पताल में ब्लड स्टोरेज नहीं होने के चलते डेंगू के रोगियों को गंभीर अवस्था में दूसरी जगह रेफर करना पड़ रहा है। हाल ही में आई केंद्रीय स्वास्थ्य निरीक्षण टीम ने भी इसे बड़ी खामी माना। वहीं अस्पताल के पीएमओ डॉ एन एस राठौड़ का कहना है कि इसके लिए हमने राज्य सरकार को लिखा है। अस्पताल में कार्यरत डॉक्टरों का कहना है की क्षेत्र में डेंगू फैला हुआ है। परंतु ब्लड स्टोरेज व प्लेट्लेट्स की सुविधा नहीं होने के कारण मरीजों को हाई ऑथोरीटि सेंटर पर रैफर करना पड़ रहा है।


Conclusion:वहीं अस्पताल में भर्ती रोगियों के परिजनों का आरोप है की यहां पर सुविधा नहीं मिलने के चलते डेंगू जैसे रोग में भी 4 से 5 दिन तक सुधार नहीं हो पा रहा है। गौरतलब है कि सूबे की गहलोत सरकार में सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल के क्षेत्र में इस तरह की कमी होना अपने आप में कई सवाल खड़े करती है।


बाईट_डॉ एनएस राठौड़, पीएमओ

राजकीय पकड़ी अस्पताल


बाईट_ओम प्रकाश,परिजन

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