नई दिल्ली: लार्सन एंड टुब्रो के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन के सप्ताह में 90 घंटे काम करने वाली सलाह पर सोशल मीडिया पर तहलका मचा हुआ है. लोग एसएन सुब्रह्मण्यन को जमकर ट्रोल कर रहे है. सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई है. रविवार को काम करने के बारे में उनकी टिप्पणियों की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आलोचना हुई है.
पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने कार्यस्थल संस्कृति पर सुब्रह्मण्यन के विचारों की आलोचना की, मानसिक स्वास्थ्य और आराम को दी जाने वाली गंभीरता की कमी पर चिंता व्यक्त की. एक्स पर लिखा कि मेरा मतलब है...सबसे पहले, उन्हें अपनी पत्नी को क्यों नहीं देखना चाहिए...और केवल रविवार को ही क्यों? गुट्टा ने चेयरमैन की टिप्पणियों को महिला विरोधी भी करार दिया, और स्थिति को निराशाजनक और डरावना बताया.
दीपिका पादुकोण ने भी किया ट्रोल
दीपिका पादुकोण ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर लार्सन एंड टुब्रो के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन पर लिखा कि इतने वरिष्ठ पदों पर बैठे लोगों को इस तरह के बयान देते देखना चौंकाने वाला है. #MentalHealthMatters
सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़
एसएन सुब्रह्मण्यन के इस बात के बाद से ही सोशल मीडिया पर कई तरह के मीम्स बन रहे है.
L&T employee stops looking at his wife's face....
— UmdarTamker (@UmdarTamker) January 9, 2025
Chairman S N Subrahmanyan : #SNSubrahmanyan pic.twitter.com/9uLZW4YpVH
Recent News -#NarayanaMurthy: Work 70 hours a week
— Arun (@ArunKNairr) January 9, 2025
L&T Chairman #snsubrahmanyan: Work 90 hours a week
Meanwhile their employees - pic.twitter.com/kt17tTAlvT
L&T chairman calls for a 90 hour work week
— SwatKat💃 (@swatic12) January 9, 2025
Narayan Murthy : pic.twitter.com/p76qPyesYx
क्या है मामला?
लार्सन एंड टुब्रो के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन ने एक बार फिर वर्क लाइफ बैलेंस पर बहस छेड़ दी है. उन्होंने सप्ताह में 90 घंटे काम करने की वकालत की है और कर्मचारियों को रविवार की छुट्टी न लेने का सुझाव दिया है. उन्होंने घरेलू जीवन के बारे में विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि आप अपनी पत्नी को कितनी देर तक घूर सकते हैं जबकि उन्होंने कर्मचारियों को ऑफिस में अतिरिक्त समय बिताने के लिए प्रोत्साहित किया था.
इस बयान से वर्क लाइफ बैलेंस के बारे में चर्चा फिर से शुरू हो गई है. इससे पहले इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने सप्ताह में 70 घंटे काम करने का प्रस्ताव रखा था.