भुवनेश्वर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को भुवनेश्वर के जनता मैदान में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस के समापन समारोह में भाग लिया. इस दौरान राष्ट्रपति ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 27 प्रवासी भारतीयों को 'प्रभास भारतीय सम्मान' से सम्मानित किया.
प्रोग्राम में राज्यपाल हरिबाबू कंभमपति मुख्य अतिथि के रूप में शामिल है. साथ ही मुख्यमंत्री मोहन माझी, केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम, केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री भी कार्यक्रम में मौजूद रहे.
27 अतिथियों और संगठनों को सम्मान
बता दें कि राष्ट्रपति ने अतिथियों को प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान किया. इस साल 27 अतिथियों और संगठनों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. विदेश मंत्रालय ने 3 जनवरी को नामों की घोषणा की थी.
'भारतीय प्रवासी हमारे देश की पहचान'
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भुवनेश्वर के जनता मैदान में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा, "भारतीय प्रवासी हमारे देश की पहचान हैं. आप भारत के बेटे और बेटियां, अपने साथ न केवल इस पवित्र भूमि में अर्जित ज्ञान और कौशल लेकर आए हैं, बल्कि वे मूल्य और लोकाचार भी लेकर आए हैं जो हमारी सभ्यता की नींव रहे हैं."
पुरस्कार विजेताओं में पब्लिक अफेयर्स में त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू, राजनीति में ब्रिटेन की बैरोनेस उषा कुमारी पराशर और कम्युनिटी सर्विस में अमेरिका की डॉ शर्मिला फोर्ड शामिल हैं.
प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार
गौरतलब है कि प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रवासी भारतीयों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन किया, जबकि युवा प्रवासी भारतीय दिवस उत्सव बुधवार को आयोजित किया गया.
यह भी पढ़ें- HMPV को लेकर सरकार ने जारी की हेल्थ एडवाइजरी, सावधानी बरतने की सलाह