अजमेर. ईटीवी भारत ग्रीन भारत मुहिम में हिंदू धर्म में पेड़ पौधों के महत्व को विशेषज्ञ की राय से जानने की कोशिश की गई है. यह सभी जानते हैं कि पेड़ पौधों से हमें जीवन मिलता है मगर इसका धार्मिक महत्व भी है जो हमें वनस्पति के प्रति कृतज्ञ होना सिखाता है. पेड़ पौधों का संबंध जीवन से ही नहीं बल्कि आरोग्य से भी है. सदियों से पेड़ मनुष्य को सब कुछ देते आए हैं. फल, लकड़ियां, छाया और औषधि के रूप में मनुष्य वनस्पति का उपयोग करता आया है. ऋषि-मुनियों ने पेड़ों के नीचे बैठकर ही ज्ञान और सत्य को पाया है. मगर आज के भौतिक युग में हम सब जीवन दाता को भूल कर प्रकृति से दूर हो गए हैं. जिसकी वजह से आज कई विषम हालात बन चुके हैं.
विशेषज्ञ एवं ज्योतिष के के शर्मा की मानें तो वनस्पति से मनुष्य का संबंध जीवन और आरोग्य से है. शर्मा बताते हैं कि हरा भरा पेड़ भगवान विष्णु के केश के समान है. हिंदू धर्म में हर पेड़ पौधे का महत्व है. उन्होंने बताया कि ब्रह्मांड की सभी सकारात्मक उर्जा हमें पेड़ों से ही मिलती है.
हिंदू धर्म मे माना गया है कि पेड़ों के बिना जीवन ही नहीं है. जब तक पेड़ हैं तब तक जीवन है. आज समूचा विश्व ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण प्रदूषण से त्रस्त है. विशेषज्ञ एवं ज्योतिष के के शर्मा बताते हैं कि इंसान का प्रकृति से दूर होना सबसे बड़ी भूल है. आज के दौर में सबसे ज्यादा आवश्यक है हर व्यक्ति अपने जीवन काल में कम से कम पांच पेड़ जरूर लगाएं. दिल्ली जैसे महानगरों में आज प्रदूषण से लोगों का जीना मुहाल है यदि दिल्ली में पीपल के पेड़ लगाए जाते हैं तो यह समस्या बहुत हद तक कम हो सकती है.
शर्मा ने बताया कि पेड़ लगाने के साथ-साथ उन्हें संभालना भी उतना ही जरूरी है जितना एक इंसान अपनी संतान को संभालता और पालता है. उन्होंने कहा कि हमें प्रकृति का आशीर्वाद और आरोग्य जीवन चाहिए तो पेड़ लगाना चाहिए ताकि आने वाली नस्लें भी सुरक्षित और आरोग्य से संपन्न हो.
विशेषज्ञों की राय से पता चलता है कि हिंदू धर्म प्रकृति से काफी करीब है और वनस्पति उसके लिए धार्मिक महत्व रखते हैं. ईटीवी भारत, ग्रीन भारत के इस खास पेशकश में सामने आया है कि पेड़-पौधों का धार्मिक महत्व है और वर्तमान में पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ लगाने की नहीं बल्कि धर्म को बचाने की जरूरत है. क्योंकि पेड़ ही जीवन है और प्राणियों के जीवन को बचाना ही धर्म है.