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गहलोत सरकार का अहम फैसला...विभागों के नीतिगत निर्णयों के लिए बनेगी कमेटी - ashok gehlot

सरकार के महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों को लागू करने के लिए हो रही दिक्कत के बाद अब सरकार ने विभागों को रिव्यू करने का फैसला किया है. जिसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अहम फैसला लिया है.

गहलोत सरकार ने विभागों के नीतिगत निर्णयों के लिए कमेटी बनाने का फैसला किया
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Published : Jun 24, 2019, 1:11 PM IST

जयपुर .सीएम गहलोत मुख्य सचिव गुप्ता की अध्यक्षता में कमेटी बनाएगें. इस कमेटी में सभी विभागों के एससीएस सदस्य होंगे जो सरकार के महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों को लागू करने में अपने सुझाव देंगे. इस कमेटी को तैयार करने में प्रशासनिक सुधार विभाग जल्द आदेश जारी करेगा.

गहलोत सरकार ने विभागों के नीतिगत निर्णयों के लिए कमेटी बनाने का फैसला किया

सरकार की महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लेने के लिए अधिकारियों को होने वाली दिक्कत को दूर करने के लिए सरकार ने कमेटी बनाने का निर्णय लिया है. कमेटी बनने के आदेश के साथ ही विभागवार होने वाले नीतिगत निर्णयों के संबंधी फाइल कमेटी के पास पहुंचेगी. जिस पर कमेटी मिलकर निर्णय लेगी.

प्रशासनिक सुधार विभाग के मुख्य सचिव रविशंकर श्रीवास्तव ने बताया कि विभिन्न विभागों में कामकाज में हो रही दिक्कत के चलते सभी विभागों का रिव्यू किया जाएगा. जिसमें नीचे से लेकर ऊपर तक फाइल पहुंचने में देरी हुई तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी हो गी. सीटवार काम की जिम्मेदारी तय होने से फाइलों की लेटलतीफी पर अंकुश लगेगा. इसको लेकर प्रशासनिक सुधार विभाग की तरफ से जो कमेटी बनाई जा रही है उसके अध्यक्षता मुख्य सचिव करेंगे. साथ ही सभी विभागों के एससीएस इसके सदस्य होंगे ताकि किसी भी नीतिगत निर्णय लेने में कोई दिक्कत ना आए.

दरअसल, सरकार की तरफ से कई नीतिगत निर्णय में देरी होती है लेकिन इसमें किसकी लापरवाही रही और उसकी जिम्मेदारी किसकी है यह तय नहीं हो पाता है लेकिन अब यह कमेटी बनने के बाद काम से लेकर काम की जवाबदेही तक सब तय होगा.

जयपुर .सीएम गहलोत मुख्य सचिव गुप्ता की अध्यक्षता में कमेटी बनाएगें. इस कमेटी में सभी विभागों के एससीएस सदस्य होंगे जो सरकार के महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों को लागू करने में अपने सुझाव देंगे. इस कमेटी को तैयार करने में प्रशासनिक सुधार विभाग जल्द आदेश जारी करेगा.

गहलोत सरकार ने विभागों के नीतिगत निर्णयों के लिए कमेटी बनाने का फैसला किया

सरकार की महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लेने के लिए अधिकारियों को होने वाली दिक्कत को दूर करने के लिए सरकार ने कमेटी बनाने का निर्णय लिया है. कमेटी बनने के आदेश के साथ ही विभागवार होने वाले नीतिगत निर्णयों के संबंधी फाइल कमेटी के पास पहुंचेगी. जिस पर कमेटी मिलकर निर्णय लेगी.

प्रशासनिक सुधार विभाग के मुख्य सचिव रविशंकर श्रीवास्तव ने बताया कि विभिन्न विभागों में कामकाज में हो रही दिक्कत के चलते सभी विभागों का रिव्यू किया जाएगा. जिसमें नीचे से लेकर ऊपर तक फाइल पहुंचने में देरी हुई तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी हो गी. सीटवार काम की जिम्मेदारी तय होने से फाइलों की लेटलतीफी पर अंकुश लगेगा. इसको लेकर प्रशासनिक सुधार विभाग की तरफ से जो कमेटी बनाई जा रही है उसके अध्यक्षता मुख्य सचिव करेंगे. साथ ही सभी विभागों के एससीएस इसके सदस्य होंगे ताकि किसी भी नीतिगत निर्णय लेने में कोई दिक्कत ना आए.

दरअसल, सरकार की तरफ से कई नीतिगत निर्णय में देरी होती है लेकिन इसमें किसकी लापरवाही रही और उसकी जिम्मेदारी किसकी है यह तय नहीं हो पाता है लेकिन अब यह कमेटी बनने के बाद काम से लेकर काम की जवाबदेही तक सब तय होगा.

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जयपुर

गहलोत सरकार का अहम फैसला , विभागों के नीतिगत निर्णयों के लिए बनेगी कमेटी , सीएस की अध्यक्षता में होगी कमेटी

एंकर:- सरकार के महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों को लागू करने के लिए उरई दिक्कत के बाद अब सरकार ने विभागों को रिव्यू करने का फैसला किया है इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रन फैसला लिया सीएम गहलोत ने मुख्य सचिव गुप्ता की अध्यक्षता में कमेटी बनाएगी इस कमेटी में सभी विभागों के एससीएस सदस्य होंगे जो सरकार के महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों को लागू करने में अपने सुझाव देंगे इस कमेटी रात को तैयार करने में प्रशासनिक सुधार विभाग जल्द आदेश जारी करेगा ।


Body:VO:- सरकार की महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लेने के लिए अधिकारियों को होने वाली है दिक्कत को दूर करने के लिए सरकार ने कमेटी बनाने का निर्णय लिया है , कमेटी बनने के आदेश के साथ ही विभागवार होने वाले नीतिगत निर्णयों के संबंधी फाइल कमेटी के पास पहुंचेगी , जिस पर कमेटी मिलकर निर्णय लेगी , प्रशासनिक सुधार विभाग के मुख्य सचिव रविशंकर श्रीवास्तव ने बताया कि विभिन्न विभागों में कामकाज में हो रही दिक्कत के चलते सभी विभागों का रिव्यू किया जाएगा जिसमें नीचे से लेकर ऊपर तक फाइल पहुंचने में देरी हुई तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी होगी सीटवार काम की जिम्मेदारी तय होने से फाइलों की लेटलतीफी पर अंकुश लगेगा इसको लेकर प्रशासनिक सुधार विभाग की तरफ से जो कमेटी बनाई जा रही है उसके अध्यक्षता मुख्य सचिव करेंगे साथ ही सभी विभागों के एसीएस इसके सदस्य होंगे ताकि किसी भी नीतिगत निर्णय को लेने में कोई दिक्कत नहीं आए ।


Conclusion:VO:- दरअसल अभी सरकार की तरफ से कई नीतिगत निर्णय में देरी होती है उस समय पर लागू नहीं हो पाते लेकिन इसमें किसकी लापरवाही रही और उसकी जिम्मेदारी किसकी है यह तय नहीं हो पाता है लेकिन अब यह कमेटी बनने के साथ ही काम से लेकर काम की जवाबदेही तक सब तय होगा ।
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