प्रेस वार्ता में जब मुख्यमंत्री से पूछा गया कि क्या सोनाराम वापस कांग्रेस में आ रहे हैं तो उन्होंने इस सवाल का जवाब हंसते हुए दिया कि 'मैं अभी ऑपरेशन करवा कर आए हैं. तो वह(सोनाराम) मुझसे शिष्टाचार मुलाकात करने आए होंगे. बाकी कौन आएगा कौन जाएगा यह आलाकमान तय करता है.'
गौरतलब है कि कर्नल सोनाराम पहले कांग्रेस पार्टी से ही बाड़मेर के सांसद रहे हैं लेकिन बीते चुनाव में वे भाजपा का दामन थाम कर संसद पहुंचे थे. इस बार विधानसभा चुनाव में उन्हें करारी हार झेलनी पड़ी. इसके बाद से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या कर्नल सोनाराम वापस घर वापसी करेंगे. ऐसे में गहलोत से मिलने के लिए उनका आना सियासी चर्चा बन गया.
वहीं जब अशोक गहलोत मीडिया से बात कर रहे थे तो उनसे पूछा गया कि क्या वैभव गहलोत को जोधपुर से चुनाव लड़ाया जा रहा है. तो उनका कहना था मैंने 15 साल से उन्हें रोक रखा था लेकिन अब कह रखा है वह चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन मेरे खाते से नहीं. वे पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में कहीं से भी चुनाव लड़े. 25 सदस्य किसी भी सीट से चुनाव लड़े मेरी कोई बाध्यता नहीं है. मेरी तरफ से हां है लेकिन वह चुनाव कहां से लड़ेंगे यह आलाकमान को ही तय करना है.