कोटपुतली-बहरोड : कोटपुतली के बड़ियाली गांव में बोरवेल में गिरी तीन साल की मासूम बच्ची को तीन दिन बाद भी बोरवेल से बाहर नहीं निकाला जा सका है. पाइलिंग मशीन द्वारा जारी खुदाई का काम अब अंतिम चरण में है. साथ ही 160 फीट की खुदाई के बाद अब जल्द ही 10 फीट की एल शेप सुरंग बनाने का काम शुरू किया जाएगा. वहीं, बच्ची को बोरवेल में गिरे 70 घंटे से अधिक समय हो चुका है. हालांकि, रेस्क्यू टीम की ओर से लगातार प्रयास जारी है.
मौके पर कोटपुतली बहरोड जिले की कलेक्टर कल्पना अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत सहित आलाधिकारी मौजूद हैं. जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने बताया कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित उतराखंड से आई टनल रेस्क्यू टीम खुदाई व अन्य प्लानिंग में लगी हुई है, ताकि बच्ची को जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके. साथ ही दूसरी मशीन से खुदाई का काम किया जा रहा है. इधर, राज्य सरकार की ओर से अधिकारियों को जल्द से जल्द रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.
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वहीं, मासूम चेतना की सलामती के लिए स्थानीय लोगों के साथ ही प्रदेश भर के लोग प्रार्थना कर रहे हैं. बच्ची के परिजनों की बात करें तो पूरा परिवार सदमे में है. बच्ची की मां पिछले तीन दिनों से खाना तक नहीं खाई है. इन सब के बावजूद प्रशासन का दावा है कि पाइलिंग मशीन की मदद से अब जल्द ही बच्ची को बाहर निकाल लिया जाएगा. मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित है.