अजमेर: किशनगढ़ शहर थाना क्षेत्र में 25 नवंबर 2024 को युवक पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वारदात के बाद से ही चारों आरोपी फरार चल रहे थे. प्रकरण में शेष आरोपियों की भी सरगर्मी से तलाश जारी है.
किशनगढ़ थाना प्रभारी भीखाराम काला ने बताया कि 25 नवंबर 2024 को किशनगढ़ के पुराना शहर में पिनारी चौक निवासी शबीना परवीन ने थाने में शिकायती दी थी. शबीना परवीन का आरोप था कि उनके बड़े भाई अब्बास अली पर फारूक मोहम्मद, रफीक, शाहरुख, नासिर मोहम्मद, अजनान, सितारा, लाल उर्फ मुन्ना, स्माइल और नासिर मोहम्मद के दोनों पुत्रों ने मारपीट कर छत से नीचे फेंक दिया.
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इसके बाद बेहोशी की हालत में जमीन पर पड़े अब्बास अली के सिर पर आरोपियों ने कुल्हाड़ी से वार किया और उसको मारा हुआ समझकर चले गए, लेकिन इससे पहले पति पर हमले की सूचना मिलने पर अब्बास अली की पत्नी संजीदा बानो मौके पर पहुंची तो आरोपियों ने उसके साथ भी मारपीट की. जानलेवा हमले में गंभीर रूप से घायल अब्बास अली को पहले किशनगढ़ के अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां सीटी स्कैन करवाने पर पता चला कि खोपड़ी में कुल्हाड़ी के वार से फ्रैक्चर हो गया है. चिकित्सकों ने अब्बास अली को अजमेर जेएलएन अस्पताल रेफर कर दिया.
उन्होंने बताया कि शबीना परवीन की शिकायत पर अनुसंधान किया गया. आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की गई. सोमवार को जानलेवा हमले में शामिल 10 में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से वारदात में प्रयुक्त एक फावड़ा भी बरामद किया है.
पुरानी रंजिश को लेकर हुआ था हमला : थाना प्रभारी भीखाराम काला ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश थी. आरोपी पक्ष ने अब्बास पर रंजिश के कारण हमला किया था. मामले में अनुसंधान जारी है.
जानलेवा हमले के आरोपी : किशनगढ़ थाना प्रभारी भीकाराम काला ने बताया कि किशनगढ़ के पुराने शहर में पिनारी चौक निवासी रफीक मोहम्मद, फारूक मोहम्मद, मोहम्मद जावेद और रफीक मोहम्मद को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि प्रकरण में शेष आरोपियों के बारे में भी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.