जयपुर. प्रदेश एक बार फिर मौसमी बीमारियों की चपेट में है. स्वाइन फ्लू के बाद डेंगू, मलेरिया और स्क्रब टायफस लगातार अपने पांव पसार रहा है. भले ही चिकित्सा विभाग मौसमी बीमारियों की रोकथाम के दावे कर रहा हो. लेकिन, जिस तरह से आंकड़े बढ़ रहे हैं. वह विभाग की नाकामी को दिखा रहे है.
प्रदेश में गर्मी के मौसम में मौसमी बीमारियां अपना कहर लगातार दिखा रही है. आंकड़ों की बात करें तो पिछले 3 साल के मुकाबले इस बार मौसमी बीमारियों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. प्रदेश में स्क्रब टायफस, डेंगू और स्वाइन फ्लू लगातार अपने पांव पसार रहे हैं. जानिए...ये है वो चौंकाने वाले आंकड़े
पिछले 4 साल में स्क्रब टायफस से मौत के आंकड़े
वर्ष | कुल आंकड़े | मौत |
2016 | 998 | 23 |
2017 | 954 | 17 |
2018 | 1906 | 31 |
मई, 2019 | 226 | 00 |
पिछले 4 साल में डेंगू से मौत के आंकड़े
वर्ष | कुल आंकड़े | मौत |
2016 | 4372 | 16 |
2017 | 8242 | 14 |
2018 | 9911 | 31 |
मई, 2019 | 341 | 00 |
पिछले 4 साल में चिकनगुनिया से मौत के आंकड़े
वर्ष | कुल आंकड़े | मौत |
2016 | 2063 | 0 |
2017 | 1534 | 0 |
2018 | 235 | 0 |
मई, 2019 | 08 | 0 |
पिछले 4 साल में स्वाइन फ्लू से मौत के आंकड़े
वर्ष | कुल आंकड़े | मौत |
2019 | 197 | 43 |
2017 | 3625 | 279 |
2018 | 2419 | 225 |
मई, 2019 | 5014 | 205 |
स्क्रब टायफस, स्वाइन फ्लू और डेंगू की बात की जाए तो इन बीमारियों के मरीज लगातार सामने आ रहे हैं. हालांकि चिकनगुनिया के केस में पिछले कुछ सालों में कमी दर्ज की गई है.