लंदन: अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन में भी अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है. भारतीय होटलों, नेल बार और किराने की दुकानें अब ब्रिटेन की होम मिनिस्ट्री के निशाने पर आ गई हैं. जानकारी के मुताबिक यहां के गृह विभाग ने अवैध तरीके से काम करने वाले इलाकों की पहचान की है.
828 जगहों पर मारे गए छापे
गृह सचिव यवेटे कूपर ने कहा कि उनके विभाग की आव्रजन प्रवर्तन टीमों ने जनवरी माह में रिकॉर्ड तोड़ 828 जगहों पर कार्रवाई की, जिसमें पिछली जनवरी की तुलना में 48 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. इस कार्रवाई के दौरान करीब 609 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. विभाग ने जानकारी दी कि सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर पिछले महीने कई होटलों और बार में रेड मारी गई. अभी भी गैरकानूनी ढंग से रह रहे लोगों के खिलाफ धरपकड़ अभियान जारी है.
सात लोगों को दबोचा
उत्तरी इंग्लैंड के हंडरसाइड में बने एक भारतीय होटल पर छापा मारा गया, जहां से सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा चार लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. गृह विभाग ने यह भी बताया कि पिछले साल 2024 में कुल 1090 नोटिस जारी किए गए थे. अगर इसमें नियोक्ता भी दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगा. उन्हें प्रति कर्मचारी के हिसाब से 60 हजार पाउंड जुर्माना देना होगा. गृह सचिव कूपर ने कहा कि आव्रजन नियमों का हर-हाल में पालन करना जरूरी है.
उन्होंने कहा कि इससे न केवल लोगों के लिए एक छोटी नाव में चैनल पार करके अपनी जान जोखिम में डालने का खतरा पैदा होता है, बल्कि इससे कमजोर लोगों, आव्रजन प्रणाली और हमारी अर्थव्यवस्था का दुरुपयोग होता है. यह बात ऐसे समय में सामने आई है जब लेबर पार्टी सरकार का सीमा सुरक्षा, शरण और आव्रजन विधेयक इस सप्ताह दूसरी बार संसद में पेश किया जाएगा.
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