केशवरायपाटन (बूंदी). जिले में कापरेन क्षेत्र के चरड़ाना ग्राम पंचायत के अरड़ाना गांव में मंगलवार दोपहर को नहर पर चल रही मस्टरोल में काम करते समय मधुमक्खियों के झुंड ने श्रमिकों पर जानलेवा हमला कर दिया.
जानकारी के अनुसार नहर पर मनरेगा का काम चल रहा था. इस दौरान नहर के किनारे लगे सफेदे के पेड़ की टहनी पर मधुमक्खी का छत्ता बना हुआ था, जो टूटकर नीचे गिर गया. छत्ता गिरते ही मधुमक्खियों ने श्रमिकों पर हमला कर दिया. जिसके बाद दौड़कर श्रमिकों ने अपनी जान बचाई, लेकिन मनरेगा मेट गोविंद मीणा आयु 35 साल विकलांग होने के कारण वहां से नहीं निकल पाया और मधुमक्खियों ने उसे अपनी चपेट में ले लिया.
पढ़ें- बूंदीः जेल में भी कोरोना का डर, पुलिस वाले कैदियों के साथ-साथ कोरोना की भी कर रहे पहरेदारी
इस दौरान हमले से बचने के लिए मीणा ने नहर में छलांग लगा दी. बाद में उसे ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया और राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय कापरेन लेकर आए. यहां चिकित्सकों ने उसे कोटा के लिए रेफर कर दिया. जिसके बाद परिजन उसे कापरेन के ही निजी चिकित्सालय लेकर गए. यहां चिकित्सकों ने पीड़ित के शरीर से 1 हजार मधुमक्खियों के डंक निकाले. फिलहाल पीड़ित की हालत में सुधार है और उपचार जारी है.