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बूंदी में जहरीला दाना डालकर राष्ट्रीय पक्षी मोर का शिकार, एक शिकारी गिरफ्तार

बूंदी के जजावर इलाके में राष्ट्रीय पक्षी मोर की मौत के मामले में वन विभाग ने शुक्रवार को एक शिकारी को गिरफ्तार कर शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया है, जबकि दो शिकारी वन विभाग की गिरफ्त से भाग निकले. इन आरोपियों के पास से विभाग को 8 मोर मृत मिले हैं. जिनका वन विभाग की टीम ने बूंदी पशु चिकित्सालय में पोस्टमार्टम करवा कर शव का अंतिम संस्कार कर दिया है.

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Published : Feb 8, 2020, 9:10 PM IST

Bundi news, बूंंदी की खबर
राष्ट्रीय पक्षी मोर का शिकार

बूंदी. जिले में राष्ट्रीय पक्षी मोर पर लगातार शिकार के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इस बार नैनवा इलाके के जजावर गांव में मोरों के शिकार किए जाने का मामला सामने आया है. यहां पर शुक्रवार को तीन शिकारी मोरों का शिकार कर रहे थे, जिसकी सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो इन तीन शिकारियों में से दो शिकारी मौके से फरार हो गए और एक शिकारी को ग्रामीणों की मदद से वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया, जिसे गिरफ्तार कर वन रेंज नैनवा चौकी लाया गया. गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से 3 मृत मोर बरामद हुए हैं.

राष्ट्रीय पक्षी मोर का शिकार

इसके बाद वन विभाग की टीम ने आरोपी की निशानदेही पर छानबीन की तो टीम को 5 अन्य मृत मोर मिले. ऐसे में टीम को 8 मृत मोर मिले हैं, जिनमें से अधिकतर मादा हैं. वन विभाग की टीम ने पूछताछ के बाद आरोपी आकाश कंजर को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी अन्य दो आरोपी की तलाश जारी है. बताया जा रहा है कि तीनों शिकारी दबलाना थाना क्षेत्र के शंकरपुरा गांव के हैं, जिनके पास से पुलिस और वन विभाग की टीम को मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है.

पढ़ें- बूंदी: आयुर्वेदिक अस्पताल में निशुल्क स्वर्ण प्राशन शिविर का आयोजन

वहीं, देर रात्रि आरोपी को पकड़ने के बाद जब वन विभाग की टीम ने सुबह खेतों पर फिर से तलाशी ली तो वन विभाग की टीम को एक पॉलिथीन की थैली में जहरीला दाना भी मिला है. साथ ही इसी खेत से सुबह वन विभाग की टीम को एक घायल मोर भी बरामद हुआ, जिसे प्राथमिक उपचार के लिए जजावर अस्पताल में लाया गया, जहां उपचार कर उसे नर्सरी में छोड़ दिया गया है.

उधर, पूछताछ पूरी होने के बाद नैनवां वन विभाग ने आरोपी को इंदरगढ़ कोर्ट में पेश किया, जहां आरोपी को कोर्ट ने जेल भेज दिया है. कार्रवाई पूरी होने के बाद सभी मृत मोरों को लेकर वन विभाग की टीम बूंदी पहुंची, जहां पर बूंदी पशु चिकित्सालय में सभी मृत मोरों का पोस्टमार्टम करवाया. इसके बाद विभाग की टीम ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया है, जहां पर रिपोर्ट में मौत का कारण जहरीला दाना देना बताया गया है.

पढ़ें- बूंदीः क्लेम राशि नहीं भरने का मामला, जलदाय विभाग की जीप को कुर्की करने के आदेश

बता दें कि मोरों के शिकार किए जाने का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी इस तरीके के शिकार किए जाने के मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन फिर भी मोरों के शिकार के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे है, जो कि पक्षी प्रेमियों सहित वन विभाग के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है.

बूंदी. जिले में राष्ट्रीय पक्षी मोर पर लगातार शिकार के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इस बार नैनवा इलाके के जजावर गांव में मोरों के शिकार किए जाने का मामला सामने आया है. यहां पर शुक्रवार को तीन शिकारी मोरों का शिकार कर रहे थे, जिसकी सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो इन तीन शिकारियों में से दो शिकारी मौके से फरार हो गए और एक शिकारी को ग्रामीणों की मदद से वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया, जिसे गिरफ्तार कर वन रेंज नैनवा चौकी लाया गया. गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से 3 मृत मोर बरामद हुए हैं.

राष्ट्रीय पक्षी मोर का शिकार

इसके बाद वन विभाग की टीम ने आरोपी की निशानदेही पर छानबीन की तो टीम को 5 अन्य मृत मोर मिले. ऐसे में टीम को 8 मृत मोर मिले हैं, जिनमें से अधिकतर मादा हैं. वन विभाग की टीम ने पूछताछ के बाद आरोपी आकाश कंजर को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी अन्य दो आरोपी की तलाश जारी है. बताया जा रहा है कि तीनों शिकारी दबलाना थाना क्षेत्र के शंकरपुरा गांव के हैं, जिनके पास से पुलिस और वन विभाग की टीम को मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है.

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वहीं, देर रात्रि आरोपी को पकड़ने के बाद जब वन विभाग की टीम ने सुबह खेतों पर फिर से तलाशी ली तो वन विभाग की टीम को एक पॉलिथीन की थैली में जहरीला दाना भी मिला है. साथ ही इसी खेत से सुबह वन विभाग की टीम को एक घायल मोर भी बरामद हुआ, जिसे प्राथमिक उपचार के लिए जजावर अस्पताल में लाया गया, जहां उपचार कर उसे नर्सरी में छोड़ दिया गया है.

उधर, पूछताछ पूरी होने के बाद नैनवां वन विभाग ने आरोपी को इंदरगढ़ कोर्ट में पेश किया, जहां आरोपी को कोर्ट ने जेल भेज दिया है. कार्रवाई पूरी होने के बाद सभी मृत मोरों को लेकर वन विभाग की टीम बूंदी पहुंची, जहां पर बूंदी पशु चिकित्सालय में सभी मृत मोरों का पोस्टमार्टम करवाया. इसके बाद विभाग की टीम ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया है, जहां पर रिपोर्ट में मौत का कारण जहरीला दाना देना बताया गया है.

पढ़ें- बूंदीः क्लेम राशि नहीं भरने का मामला, जलदाय विभाग की जीप को कुर्की करने के आदेश

बता दें कि मोरों के शिकार किए जाने का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी इस तरीके के शिकार किए जाने के मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन फिर भी मोरों के शिकार के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे है, जो कि पक्षी प्रेमियों सहित वन विभाग के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है.

Intro:बूंदी के जजावर इलाके में राष्ट्रीय पक्षी मोर की मौत के मामले में वन विभाग ने एक शिकारी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है जबकि दो शिकारी भागने में सफल रहे हैं । इन आरोपियों के पास से विभाग को 8 मोर मृत मिले हैं जिनका वन विभाग की टीम ने बूंदी पशु चिकित्सालय में पोस्टमार्टम करवा कर शव का अंतिम संस्कार कर दिया है । विभाग ने बताया कि जहरीला दाना डाल कर ही इन मोरों की हत्या की गई है ।


Body:बूंदी में राष्ट्रीय पक्षी मोर पर लगातार शिकार के मामले बढ़ते जा रहे हैं फिर नैनवा इलाके के जजावर गांव में मोरों के शिकार किए जाने का मामला सामने आया है । यहां पर तीन शिकारी मोरों का शिकार कर रहे थे जिसकी सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो इन तीन शिकारियों में से दो शिकारी मौके से फरार हो गए और एक शिकारी को ग्रामीणों की मदद से वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया जिसे गिरफ्तार कर वन रेंज नैनवा चौकी लेकर आए जहां इस आरोपी से वन विभाग की टीम को 3 मृत मोर बरामद हुए जहां पर फिर से वन विभाग ने आरोपी की निशानदेही पर छानबीन की तो टीम को फिर 5 मोर मत मिले ऐसे में टीम को 8 मृत मोर मिले हैं जिनमें से अधिकतर मोर मादा हैं । वन विभाग की टीम ने पूछताछ के बाद आरोपी आकाश कंजर को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी अन्य दो आरोपी की तलाश जारी है। बताया जा रहा है कि तीनों शिकारी दबलाना थाना क्षेत्र के शंकरपुरा गांव के हैं जिनके पास से पुलिस व वन विभाग की टीम को मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है ।

देर रात्रि आरोपी को पकड़ने के बाद जब वन विभाग की टीम ने सुबह खेतों पर फिर से तलाशी ली तो वन विभाग की टीम को एक पॉलिथीन की थैली में जहरीला दाना भी मिला है । वहीं इसी खेत से सुबह वन विभाग की टीम को एक घायल मोर भी बरामद हुआ जिसे प्राथमिक उपचार के लिए जजावर अस्पताल में लाया गया जहां बाद में उपचार कर उसे नर्सरी में छोड़ दिया गया है ।


Conclusion:उधर पूछताछ पूरी होने के बाद नैनवा वन विभाग ने आरोपी को इंदरगढ़ कोर्ट में पेश किया जहां आरोपी को कोर्ट ने जेल भेज दिया है । कार्रवाई पूरी होने के बाद सभी मृत मारो को लेकर वन विभाग की टीम बूंदी पहुंची जहां पर बूंदी पशु चिकित्सालय में सभी मृत मोरो का पोस्टमार्टम करवाया है । पोस्टमार्टम करवाने के बाद वन विभाग की टीम ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया है जहां पर इनकी मौत जहरीला दाना देने से ही हुई है । बूंदी में मोरों की शिकार किए जाने का यह पहला मामला नहीं है इससे पहले भी इस तरीके के शिकार किए जाने के मामले सामने आ चुके हैं लेकिन फिर भी मोरों के शिकार के मामले थमते हुए नजर नहीं आ रहे हैं जो कि वन विभाग सहित पक्षी प्रेमियों में में चिंता का विषय है ।

बाईट - रतिराम राला , वन रक्षक , नैनवा
बाईट - विट्टल सनाढय , पक्षी प्रेमी
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