बूंदी. जिले में राष्ट्रीय पक्षी मोर पर लगातार शिकार के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इस बार नैनवा इलाके के जजावर गांव में मोरों के शिकार किए जाने का मामला सामने आया है. यहां पर शुक्रवार को तीन शिकारी मोरों का शिकार कर रहे थे, जिसकी सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो इन तीन शिकारियों में से दो शिकारी मौके से फरार हो गए और एक शिकारी को ग्रामीणों की मदद से वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया, जिसे गिरफ्तार कर वन रेंज नैनवा चौकी लाया गया. गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से 3 मृत मोर बरामद हुए हैं.
इसके बाद वन विभाग की टीम ने आरोपी की निशानदेही पर छानबीन की तो टीम को 5 अन्य मृत मोर मिले. ऐसे में टीम को 8 मृत मोर मिले हैं, जिनमें से अधिकतर मादा हैं. वन विभाग की टीम ने पूछताछ के बाद आरोपी आकाश कंजर को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी अन्य दो आरोपी की तलाश जारी है. बताया जा रहा है कि तीनों शिकारी दबलाना थाना क्षेत्र के शंकरपुरा गांव के हैं, जिनके पास से पुलिस और वन विभाग की टीम को मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है.
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वहीं, देर रात्रि आरोपी को पकड़ने के बाद जब वन विभाग की टीम ने सुबह खेतों पर फिर से तलाशी ली तो वन विभाग की टीम को एक पॉलिथीन की थैली में जहरीला दाना भी मिला है. साथ ही इसी खेत से सुबह वन विभाग की टीम को एक घायल मोर भी बरामद हुआ, जिसे प्राथमिक उपचार के लिए जजावर अस्पताल में लाया गया, जहां उपचार कर उसे नर्सरी में छोड़ दिया गया है.
उधर, पूछताछ पूरी होने के बाद नैनवां वन विभाग ने आरोपी को इंदरगढ़ कोर्ट में पेश किया, जहां आरोपी को कोर्ट ने जेल भेज दिया है. कार्रवाई पूरी होने के बाद सभी मृत मोरों को लेकर वन विभाग की टीम बूंदी पहुंची, जहां पर बूंदी पशु चिकित्सालय में सभी मृत मोरों का पोस्टमार्टम करवाया. इसके बाद विभाग की टीम ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया है, जहां पर रिपोर्ट में मौत का कारण जहरीला दाना देना बताया गया है.
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बता दें कि मोरों के शिकार किए जाने का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी इस तरीके के शिकार किए जाने के मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन फिर भी मोरों के शिकार के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे है, जो कि पक्षी प्रेमियों सहित वन विभाग के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है.