जयपुर: नए साल में कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर बड़े बदलाव की आहट महसूस की जा रही है. माना जा रहा है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में अशोक गहलोत सहित कई वरिष्ठ नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. इसके साथ ही कई राज्यों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का चेहरा भी बदला जा सकता है. वहीं, कई प्रदेश ऐसे भी हैं, जहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी का गठन नहीं हो पाया है.
ऐसे में इन राज्यों में भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी का गठन किया जा सकता है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं, जहां उनका पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलने का कार्यक्रम है. दरअसल, अशोक गहलोत मंगलवार दोपहर में दिल्ली गए हैं. उनका बुधवार को जयपुर लौटने का कार्यक्रम है.
खड़गे ने दिए थे बड़े बदलाव के संकेत : कर्नाटक के बेलगावी में हाल ही में हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की विस्तारित बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 2025 को पार्टी के लिए बदलाव का साल बताया था. उन्होंने साफतौर पर कहा था कि पार्टी में 2025 में बड़े बदलाव किए जाएंगे, ताकि संगठन के ढांचे को मजबूत बनाया जा सके. बेलगावी (कर्नाटक) में 26 दिसंबर को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की विस्तारित बैठक हुई थी, जिसमें राजस्थान के भी कई नेता शामिल हुए थे.
प्रभारी से लेकर प्रदेशाध्यक्ष बदलेंगे : पार्टी से जुड़े सूत्रों की मानें तो पार्टी में बड़े बदलाव होंगे. AICC में जल्द ही नियुक्तियों का दौर जारी हो सकता है. इसमें अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और भूपेंद्र हुड्डा जैसे वरिष्ठ नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. इसके साथ ही कई राज्यों के प्रभारी भी बदले जा सकते हैं. इसके साथ ही महाराष्ट्र, ओडिशा और बिहार में नए प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति हो सकती है.
प्रदेश कांग्रेस कमेटियों का होगा गठन : इसके साथ ही हरियाणा और छत्तीसगढ़ में भी नए प्रदेशाध्यक्ष बनाए जा सकते हैं. हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष की भी नियुक्ति हो सकती है. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी का भी गठन किया जा सकता है. माना जा रहा है कि पार्टी में नए राष्ट्रीय प्रवक्ताओं की भी नियुक्ति हो सकती है. इसके साथ ही अग्रिम संगठनों, विभागों और प्रकोष्ठों में भी बदलाव किए जा सकते हैं.
प्रदेश कांग्रेस में भी निष्क्रिय पदाधिकारियों की होगी छुट्टी : राष्ट्रीय स्तर पर बदलाव के साथ ही राजस्थान कांग्रेस में भी फेरबदल होगा. प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पिछले दिनों साफतौर पर कह चुके हैं कि संगठन की गतिविधियों और चुनावों में सक्रिय कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को नई जिम्मेदारी दी जाएगी. जबकि निष्क्रिय पदाधिकारियों को आराम दिया जाएगा. ऐसे में जल्द ही प्रदेश कांग्रेस में भी आने वाले दिनों में बदलाव होना तय है.