बीकानेर. सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है. आज के दिन भगवान शिव की पूजा करने व व्रत रखने से भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. ऐसा माना जाता है कि जो कोई भी व्यक्ति सोमवार के दिन भगवान शिव और उनके पूरे परिवार की पूजा करता है तो उससे भगवान शिव शीघ्र ही प्रसन्न हो जाते हैं. साथ ही उसकी सभी इच्छाएं पूरी करते हैं. सोमवार को सप्ताह का प्रथम दिन भी कहते हैं. चंद्र देव ने सोमवार के दिन ही भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए तप किया था. चंद्रमा की पूजा से शिव प्रसन्न हुए और उन्हें क्षय रोग से मुक्ति मिली. तभी से सोमवार का दिन सोमेश्वर यानी चंद्रमा के ईश्वर को समर्पित हो गया.
ऐसे करें शिव की पूजा: सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ का अभिषेक का महत्व बतलाया गया है. सोमवार का व्रत और पूजा करने वाले साधक के जीवन से दुख, रोग, कलह, क्लेश और आर्थिक तंगी आदि भी दूर होते हैं. भगवान शिव का व्रत कुंवारी कन्याओं के लिए बेहद ही फलदायी माना जाता है. नारद पुराण के अनुसार सोमवार को भगवान शिवजी को जल और बेल पत्र चढ़ाना चाहिए और शिव-गौरी की पूजा करनी चाहिए.
सोमवार को करें ये काम: किसी भी मनोकामना पूर्ति के लिए सोमवार के दिन स्नान आदि करने के बाद महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जप करें. सोमवार के दिन की जाने वाली पूजा में यदि बेल पत्र, अक्षत, चंदन, धतूरा और आंकड़े का फूल शामिल किया जाए तो इससे भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होकर मनोकामना पूरी करते हैं, क्योंकि भगवान शिव को बेल पत्र और धतूरा अतिप्रिय है.
इसे भी पढ़ें - Daily Rashifal 30 January : कैसा बीतेगा आज का दिन,जानिए अपना आज का राशिफल
सोमवार के दिन न करें ये काम: सोमवार की पूजा में कभी भी काले रंग के वस्त्र धारण करके न बैठे. सोमवार के दिन किसी भी तरह का गलत काम या अनैतिक काम ना करें. इस दिन जुआ खेलने से बचें, चोरी करने से बचें, पराई स्त्री पर नजर रखने से बचें. भगवान शिव की पूजा में तुलसी का प्रयोग वर्जित माना गया है. शिव जी को नारियल चढ़ाना जितना शुभ होता है उतना ही ध्यान इस बात का रखना चाहिए कि नारियल का पानी कभी भी भगवान शिव को नहीं चढ़ाना चाहिए.
आर्थिक संकट दूर करने को करें ये काम: शिवपुराण के अनुसार धन प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर जल में अक्षत यानी चावल मिलाकर अभिषेक करना चाहिए. ऐसा करने से धन संबंधित समस्या का अंत होता है और कर्ज की समस्या से भी मुक्ति मिलती है. कहा जाता है कि भगवान शिव कभी भी अपने भक्तों को कष्ट में नहीं देख सकते हैं. ऐसे में अगर कोई भी भक्त कष्ट में सच्चे मन से उनकी आराधना करता है तो प्रभु उसकी सभी इच्छाएं पूरी कर कष्ट से मुक्ति प्रदान करते हैं.
नवग्रह दोष दूर करने के लिए करें पूजा: भगवान शिव की पूजा आराधना करते हुए शिवलिंग को दोनों हाथों से पकड़ कर भगवान शिव का ध्यान करें और नवग्रह का मंत्र उच्चारण करें. सभी ग्रहों से किसी भी तरह का दोष खत्म होता है. नवग्रह मंत्र का अर्थ है कि ब्रह्मा, विष्णु और शिव भगवान, सूर्य, चंद्रमा, भूमि सुत यानी मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु सभी ग्रहों की शांति करें.
विवाह अड़चन दूर करने को करें ये उपाय: जिन लोगों का विवाह नहीं हो पा रहा है या विवाह में किसी तरह की समस्या आ रही है. उन्हें सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद भगवान शिव की पूजा करना चाहिए. उनका अभिषेक करने की सलाह दी जाती है. ऐसा करने से विवाह संबंधित सभी परेशानियां आपके जीवन से जल्द ही दूर हो जाएंगी.