बीकानेर. खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने एक बार फिर डॉ विश्वनाथ पर भरोसा जताया है. परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई इस सीट पर चौथी बार भाजपा ने डॉ विश्वनाथ को टिकट दिया है. डॉ विश्वनाथ 2008 और 2013 में यहां से जीत हासिल कर चुके हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए डॉ विश्वनाथ ने टिकट मिलने का क्रेडिट केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को दिया है.
उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने मुझ पर भरोसा जताया है, इसके लिए सभी का आभार है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राजस्थान की सरकार पूरे 5 साल तक भ्रष्टाचार में डूबी रही है. इस बार जनता कांग्रेस को जवाब देगी. बता दें कि 2018 में बीकानेर जिले में भाजपा के विश्वनाथ को कांग्रेस के गोविंद मेघवाल ने बड़े अंतर से चुनाव हराया था.
अर्जुन मेघवाल को भी क्रेडिटः भाजपा की ओर से सांसदों को चुनाव लड़ाने की चर्चा थी. पहली सूची में भाजपा ने कई सांसदों को टिकट भी दिया था. यह माना जा रहा था कि बीकानेर के सांसद और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल जिले की एकमात्र सुरक्षित सीट खाजूवाला सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन पार्टी ने यहां से डॉ विश्वनाथ को टिकट दिया है. टिकट मिलने के बाद डॉ विश्वनाथ ने इसका क्रेडिट केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को दिया है. दरअसल बीकानेर की राजनीति में अर्जुन मेघवाल और डॉ विश्वनाथ अलग अलग गुट में जाने जाते हैं. डॉ विश्वनाथ को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है. डॉ विश्वनाथ ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मुझ पर भरोसा बताया है और अर्जुन भी बीकानेर से सांसद और केंद्रीय कानून मंत्री हैं, ऐसे में उनको भी क्रेडिट जाता है.
भ्रष्टाचार में डूबी सरकारः खाजूवाला ने जनता के बीच के मुद्दों को लेकर कहा कि पूरे 5 साल राजस्थान की सरकार भ्रष्टाचार में डूबी रही. पिछली बार खाजूवाला की जनता ने कांग्रेस के प्रत्याशी पर भरोसा किया, लेकिन उन्हें अब इसका पछतावा है. जिस तरह से राजस्थान की सरकार ने रेवड़ियों की तरह जिलों को बनाया और छत्तरगढ़, खाजूवाला को अनूपगढ़ में शामिल किया. इसके बाद जनता ने 64 दिन तक आंदोलन किया है, तब जाकर छतरगढ़ व खाजूवाला बीकानेर में शामिल हुआ. इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में क्षेत्र में विकास के काम ठप हो गए. नहरी क्षेत्र होने के कारण इससे जुड़ी कई तरह की समस्याएं लोगों को उठानी पड़ी हैं, अब उन समस्याओं को दूर करना उनकी प्राथमिकता में रहेगा.