बीकानेर. पिछली दो बार भाजपा सरकार के समय चर्चा में रहे सूरसागर झील पर अब तक जीर्णोद्धार और सौन्दर्यीकरण के नाम करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन अब भी हल्की बारिश के बाद सूरसागर गंदगी का तालाब बन जाता है. बता दें कि इस बार भी कमोबेश यही हालात हैं.
जानकारी के अनुसार मानसून सीजन में आई दो से तीन बार की भारी बारिश ने सूरसागर को फिर नासूर बना दिया. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के 2 बार के कार्यकाल में सूरसागर पर करोड़ों रुपए खर्च हुए और उसकी पुराने वैभव को लौटाने के भरसक प्रयास हुए, लेकिन अब फिर सूरसागर की हालात बहुत खराब है. बता दें कि इसी को लेकर सोमवार को बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धि कुमारी पहली बार तपती दोपहरी में सड़क पर पैदल मार्च करती हुई नजर आई.
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भाजपा कार्यकर्ता और अपने समर्थकों के साथ सूरसागर से कलेक्ट्रेट तक सिद्धि पैदल मार्च करते हुए आई और जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम से मिलकर सूरसागर के वैभव को वापिस लौटाने के साथ ही शहर में टूटी सड़कों और जाम नालियों से आमजन को हो रही परेशानी को लेकर ज्ञापन दिया. कलेक्टर से मिलने के बाद सिद्धि कुमारी ने आरोप लगाया कि नगर विकास न्यास और नगर निगम में आपसी समन्वय का अभाव है. उन्होंने कहा कि इसी के चलते आमजन को परेशानी झेलनी पड़ रही है और इसी के कारण सूरसागर की हालात खराब हो चुकी है.