कोटा. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के कोटा बाइपास पर बने हैंगिंग ब्रिज टोल नाके पर कोटा और बूंदी में रजिस्टर्ड वाहनों से टोल वसूली की गई है. जबकि इन वाहनों को पहले छूट दी गई थी. लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने इसके लिए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय तक यह मुद्दा पहुंचा कर राहत दिलाई थी. इसके बाद ही करीब 7 साल से यह छूट लगातार जारी है.
इसका फायदा कोटा और बूंदी के नागरिकों को मिल भी रहा था, लेकिन 1 जनवरी से इन वाहनों से टोल वसूली वापस की गई. इसके बाद कई वाहन चालकों ने आपत्ति भी दर्ज कराई है. पूरे मामले पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों का कहना है कि कोटा और बूंदी के वाहनों से टोल वसूली के कोई निर्देश नहीं है. वाहन चालक यहां से नि:शुल्क गुजर सकते हैं. हालांकि उन्हें इसके लिए फॉर्मेलिटी करनी होगी.
"हैंगिंग ब्रिज टोल पर कोटा और बूंदी में आरटीओ में रजिस्टर्ड कार व जीप को पहले की तरह छूट हैं. फिलहाल फास्टैग लगा होने के चलते कुछ वाहनों से टोल वसूली हो गई होगी. इस संबंध में टोल संचालक से बात की जाएगी. हालांकि फास्टैग लगा होने के चलते टोल कट जाता है. इससे बचने व टोल से छूट के लिए कोटा और बूंदी के आरटीओ रजिस्टर्ड वाहनों को कार का रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट, आधार कार्ड और कुछ फॉर्मेलिटी टोल पर करनी होगी. इसके बाद छूट मिलने लग जाएगी."- संदीप अग्रवाल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई, कोटा
पहले होती थी अलग लेन, अब फास्टैग से काट लेते हैं टोल : हैंगिंग ब्रिज टोल नाके पर पहले अलग लेन कोटा और बूंदी के वाहनों के लिए होती थी, लेकिन वर्तमान में सभी लेन पर फास्टैग के जरिए ही टोल काटा जा रहा है. ऐसे में वहां से गुजर रहे वाहन चालकों से टोल फास्टैग के जरिए काट लिया जाता है. कुछ वाहन चालकों का टोल तो रजिस्टर्ड व्हीकल नंबर डालकर भी काट लिया जाता है. वाहन चालक की बहस भी टोल काटने के बाद होती हैं, लेकिन टोल कार्मिक उनकी अनसुना कर देते हैं और विवाद भी हो जाते हैं, उच्च अधिकारियों से बात करने के लिए भी कह देते हैं.