भीलवाड़ा. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र प्रियांक खडगे, डीएमके सांसद ए राजा, राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगनानंद सिंह की ओर से दिए गए बयान के विरोध में सोमवार को भीलवाड़ा के संत समाज ने हरी सेवा उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर हंसा राम महाराज के नेतृत्व में भीमगंज थाने पहुंच इन चारों के खिलाफ परिवाद पेश किया. संतों ने इन चारों राजनेताओं के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की.
जहां भीलवाड़ा के हरी सेवा उदासीन आश्रम से महामंडलेश्वर हंसाराम जी महाराज के नेतृत्व में संत समाज की अगुवाई में इस दौरान संतों के नेतृत्व में वाहन रैली भीमगंंज थाने पहुंची और प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक व भीमगंज थाना प्रभारी को इन चारों राजनेताओं के खिलाफ परिवाद पेश किया. हंसाराम महाराज ने प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पुत्र स्टालिन व अन्य राजनेताओं ने सनातन धर्म के विरोध में बयान दिया है. उनके खिलाफ हमने भीमगंज पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया है.
उन्होंने कहा कि ये राजनेता हमेशा सनातन धर्म के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. इससे संत-समाज में काफी नाराजगी है. हमारी मांग है कि प्रशासन कार्रवाई कर सख्त सजा दे. अगर इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो जाएगी, तो भविष्य में सनातन धर्म के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं करेगा. राजनेता या तो संत समाज से माफी मांगे या इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए, अन्यथा पूरे भारत में संत समाज आंदोलन अपने हाथ में लेगा.
भीमगंज थाने में प्रशिक्षु आरपीएस मेघा गोयल ने कहा कि हरी सेवा आश्रम के महामंडलेश्वर हंसाराम महाराज के नेतृत्व में संत समाज की ओर से सनातन धर्म के खिलाफ कुछ लोगों द्वारा दिए गए बयान पर कानूनी कार्रवाई करने का परिवाद मिला है. इसकी जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.