सिरोही: नंदगांव में विश्व का पहला धार्मिक और गो विज्ञान केंद्रित विश्वविद्यालय बनाने का प्रोसेस शुरू हो गया है. इसका निर्माण गोसेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा लोक पुण्यार्थ न्यास द्वारा किया जाएगा. संस्थान की स्थापना दत्तशरणानंद महाराज ने की.
गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा लोक पुण्यार्थ न्यास के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी आलोक सिंहल ने बताया कि इस विश्वविद्यालय में भारतीय गो विज्ञान आधारित शिक्षा के साथ आधुनिक शिक्षा व संस्कृत भाषा में पढ़ाई होगी. इसका संचालन गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा लोक पुण्यार्थ न्यास की ओर से किया जाएगा. विश्वविद्यालय को लेकर 14 दिसंबर को न्यास की बैठक हुई. इसमें प्रस्ताव पारित किया गया. इसका नाम सुरभि विश्वविद्यालय रखने का निर्णय लिया गया.
38 एकड़ में बनेगा विश्वविद्यालय: यह विश्वविद्यालय नंदगांव में 38.30 एकड़ यानी 95.15 बीघा में बनाना प्रस्तावित है. इसे बनाने में 330 करोड़ रुपए खर्च होंगे. यह विश्वविद्यालय 4 साल में बनकर तैयार होगा. विश्वविद्यालय स्थापना समिति भी बनाई जा चुकी है.
10 सालों सभी विषयों का संस्कृत में होगा अध्ययन: विश्वविद्यालय में इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र, आयुर्वेद, पशु चिकित्सा, कृषि विज्ञान, विधि शास्त्र, वास्तु शास्त्र से लेकर आधुनिक चिकित्सा शास्त्र और अभियांत्रिकी एवं तकनीकी शास्त्र का अध्यापन संस्कृत में होगा. 10 वर्षों में विभिन्न चरणों में सभी विषयों का अध्ययन, अध्यापन एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय परिसर में शुरू हो जाएगा.
इन 15 पाठ्यक्रमों में होगी पढ़ाई:
- वेद विद्या महाविद्यालय
- कला एवं शिक्षा शास्त्र (बीएड, एमएड महाविद्यालय
- वाणिज्य एवं प्रबंधन (मैनेजमेंट) महाविद्यालय
- विज्ञान एवं गणित महाविद्यालय
- विधि महाविद्यालय
- पंचगव्य आयुर्वेद महाविद्यालय
- प्राणी चिकित्सा महाविद्यालय
- परिचारक (नर्सिंग) महाविद्यालय
- पत्रकारिता महाविद्यालय
- गो कृषि महाविद्यालय
- नाट्यकला (संगीत, नाटक एवं फिल्म) महाविद्यालय
- चित्रकारिता एवं स्थापत्य शास्त्र (आर्किटेक्चर) महाविद्यालय
- अभियांत्रिकी एवं तकनीकी (इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी) महाविद्यालय
- औषधि निर्माण (फार्मेसी) महाविद्यालय
- आधुनिक चिकित्सा (मेडिकल कॉलेज) महाविद्यालय