ETV Bharat / state

Paper Leak case : कैसे उज्ज्वल होगा प्रदेश के युवाओं का भविष्य, 4 साल में 16 पेपर हुए लीक

राजस्थान में लगातार एक के बाद एक सामने आ रहे पेपर लीक के मामले युवाओं के उज्जवल भविष्य पर सवाल खड़े कर रहा है. 4 साल में 16 पेपर लीक मामले दर्ज हुए, जिनमें कई आऱोपियों की गिरफ्तारी हुई है. पढ़िए ये रिपोर्ट....

Paper leak in Rajasthan
Paper leak in Rajasthan
author img

By

Published : Aug 6, 2023, 3:32 PM IST

भरतपुर. सपनों को साकार करने के लिए दिन-रात मेहनत करके प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं की राह में पेपर लीक बड़ी चुनौती है. पेपर लीक की घटनाओं से कई सालोंं की मेहनत पर चंद मिनटों में पानी फिर जाता है. गहलोत सरकार के राज में बीते 4 साल में प्रदेश में कई भर्ती परीक्षाएं आयोजित हुईं, जिनमें से 11 परीक्षाओं के 16 पेपर लीक हुए. इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तो जारी है, लेकिन सवाल यह है कि इस तरह प्रदेश के युवाओं का भविष्य उज्जवल कैसे बनेगा?.

इन परीक्षाओं के पेपर हुए लीक : गृह विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 1 जनवरी 2019 से 31 दिसंबर 2022 तक पेपर लीक होने के कुल 16 मामले दर्ज हुए. इनमें पुस्तकालय अध्यक्ष ग्रेड 3, जेईएन, ग्राम विकास अधिकारी परीक्षा 2021, पटवारी परीक्षा 2021, रीट भर्ती परीक्षा 2021, उप निरीक्षक परीक्षा 2021, वनरक्षक परीक्षा 2020, कांस्टेबल परीक्षा, सीएचओ परीक्षा 2020, वरिष्ठ अध्यापक द्वितीय परीक्षा 2022 और एमबीबीएस परीक्षा के पेपर शामिल हैं.

पढ़ें. Paper Leak case: पेपर लीक मामले के सरगना सुरेश कुमार को द्वितीय अग्रिम जमानत आवेदन खारिज

इन जिलों में लीक हुए पेपर : विभागीय जानकारी के अनुसार पेपर लीक के मामले प्रदेश के कई जिलों में सामने आए. इनमें जयपुर में 3, उदयपुर में 3, सिरोही, भरतपुर, सवाई माधोपुर, बीकानेर, जोधपुर, पाली, राजसमंद और झुंझुनू में 1 मामले सामने आए, जबकि दो मामले एसओजी में भी दर्ज हुए. इस मामले में प्रदेश में अलग-अलग जगह कुल 287 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई. इनमें सबसे ज्यादा रीट भर्ती परीक्षा मामले में 104 आरोपी और वरिष्ठ अध्यापक सेकंड ग्रेड परीक्षा मामले में 72 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई. विभागीय जानकारी के अनुसार पेपर लीक के कुल 16 मामले में से 14 मामलों में संबंधित न्यायालय में चालान पेश कर दिया गया है, जबकि अन्य मामलों में अभी भी जांच जारी है.

विधेयक में संशोधन : राजस्थान में एक के बाद एक परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संशोधित विधेयक पास किया. राजस्थान परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के उपाय) (संशोधन) विधेयक 2023 के अनुसार भर्ती परीक्षा में पेपर लीक और धोखाधड़ी जैसे मामलों में 10 साल से लेकर उम्र कैद तक की सजा और 10 लाख से 10 करोड़ तक जुर्माने का प्रावधान किया गया है.

पढ़ें. RPSC on Paper Leak Case: पहली बार आयोग ने जारी किया बयान, कहा- भ्रामक दुष्प्रचार से गुमराह न हों अभ्यर्थी

पेपर लीक और कार्रवाई

  1. 4 साल में 11 परीक्षाओं के 16 पेपर लीक
  2. 16 में से 14 मामलों में चालान पेश
  3. 16 मामलों में कुल 287 आरोपी गिरफ्तार
  4. रीट पेपर लीक में 104 आरोपी गिरफ्तार
  5. वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा लीक मामले में 72 आरोपी गिरफ्तार

भरतपुर. सपनों को साकार करने के लिए दिन-रात मेहनत करके प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं की राह में पेपर लीक बड़ी चुनौती है. पेपर लीक की घटनाओं से कई सालोंं की मेहनत पर चंद मिनटों में पानी फिर जाता है. गहलोत सरकार के राज में बीते 4 साल में प्रदेश में कई भर्ती परीक्षाएं आयोजित हुईं, जिनमें से 11 परीक्षाओं के 16 पेपर लीक हुए. इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तो जारी है, लेकिन सवाल यह है कि इस तरह प्रदेश के युवाओं का भविष्य उज्जवल कैसे बनेगा?.

इन परीक्षाओं के पेपर हुए लीक : गृह विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 1 जनवरी 2019 से 31 दिसंबर 2022 तक पेपर लीक होने के कुल 16 मामले दर्ज हुए. इनमें पुस्तकालय अध्यक्ष ग्रेड 3, जेईएन, ग्राम विकास अधिकारी परीक्षा 2021, पटवारी परीक्षा 2021, रीट भर्ती परीक्षा 2021, उप निरीक्षक परीक्षा 2021, वनरक्षक परीक्षा 2020, कांस्टेबल परीक्षा, सीएचओ परीक्षा 2020, वरिष्ठ अध्यापक द्वितीय परीक्षा 2022 और एमबीबीएस परीक्षा के पेपर शामिल हैं.

पढ़ें. Paper Leak case: पेपर लीक मामले के सरगना सुरेश कुमार को द्वितीय अग्रिम जमानत आवेदन खारिज

इन जिलों में लीक हुए पेपर : विभागीय जानकारी के अनुसार पेपर लीक के मामले प्रदेश के कई जिलों में सामने आए. इनमें जयपुर में 3, उदयपुर में 3, सिरोही, भरतपुर, सवाई माधोपुर, बीकानेर, जोधपुर, पाली, राजसमंद और झुंझुनू में 1 मामले सामने आए, जबकि दो मामले एसओजी में भी दर्ज हुए. इस मामले में प्रदेश में अलग-अलग जगह कुल 287 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई. इनमें सबसे ज्यादा रीट भर्ती परीक्षा मामले में 104 आरोपी और वरिष्ठ अध्यापक सेकंड ग्रेड परीक्षा मामले में 72 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई. विभागीय जानकारी के अनुसार पेपर लीक के कुल 16 मामले में से 14 मामलों में संबंधित न्यायालय में चालान पेश कर दिया गया है, जबकि अन्य मामलों में अभी भी जांच जारी है.

विधेयक में संशोधन : राजस्थान में एक के बाद एक परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संशोधित विधेयक पास किया. राजस्थान परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के उपाय) (संशोधन) विधेयक 2023 के अनुसार भर्ती परीक्षा में पेपर लीक और धोखाधड़ी जैसे मामलों में 10 साल से लेकर उम्र कैद तक की सजा और 10 लाख से 10 करोड़ तक जुर्माने का प्रावधान किया गया है.

पढ़ें. RPSC on Paper Leak Case: पहली बार आयोग ने जारी किया बयान, कहा- भ्रामक दुष्प्रचार से गुमराह न हों अभ्यर्थी

पेपर लीक और कार्रवाई

  1. 4 साल में 11 परीक्षाओं के 16 पेपर लीक
  2. 16 में से 14 मामलों में चालान पेश
  3. 16 मामलों में कुल 287 आरोपी गिरफ्तार
  4. रीट पेपर लीक में 104 आरोपी गिरफ्तार
  5. वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा लीक मामले में 72 आरोपी गिरफ्तार
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.