कामां (भरतपुर). मेवात क्षेत्र के पहाड़ी के राजकीय अस्पताल में एसीबी की कार्रवाई के बाद अस्पताल में डॉक्टर नहीं हैं. मरीजों को इलाज के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. अस्पताल में चार डॉक्टर थे, जिसमें से शुक्रवार को एक ट्रैप हो गया, दूसरा डॉक्टर शादी समारोह में शामिल होने के लिए छुट्टी पर गया हुआ है और तीसरे डॉक्टर को ACB ने एमएलसी रजिस्टर लेकर एसीबी ऑफिस में बुलाया है. अस्पताल प्रभारी छुट्टी पर चले (No doctor to treat patients in Bharatpur) गए.
पहाड़ी के राजकीय अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सक मोहन सिंह, डॉक्टर विचित्र भूषण, डेंटिस्ट डॉक्टर नटवर सिंह और अस्पताल इंचार्ज इकबाल खान तैनात हैं. शुक्रवार को एसीबी की कार्रवाई के बाद से ही अस्पताल में खलबली मची हुई है. डॉ मोहन सिंह के ट्रैप होने के बाद डेंटिस्ट नटवर सिंह और अस्पताल इंचार्ज तो छुट्टी चले गए, डॉक्टर विचित्र भूषण को एसीबी टीम ने एमएलसी रजिस्टर लेकर भरतपुर एसीबी कार्यालय में बुला लिया है.
शनिवार सुबह से ही अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं है. सुबह जब अस्पताल में मरीज इलाज के लिए पहुंचे, तो वहां कोई डॉक्टर नहीं मिला. अन्य कर्मचारी अस्पताल में इधर-उधर घूमते नजर आए. मरीजों को उपचार लेने के लिए खिड़की से पर्चियां तो मिल रही थीं, लेकिन उन पर दवाई लिखने वाला कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था. अस्पताल इलाज के लिए पहुंचे मरीजों ने बताया कि पर्ची काटने वाली खिड़की से पर्ची काटी जा रही है.
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अस्पताल में करीब 50 मरीज मौजूद हैं. मरीज पर्चियों को लेकर इधर-उधर घूम रहे हैं. डॉक्टर की कुर्सियां खाली पड़ी हैं. अस्पताल में मौजूद मरीजों ने पर्चियां दिखाकर अपना विरोध जाहिर किया तथा इलाज के अभाव में कुछ महिलाएं अस्पताल प्रांगण में ही बैठी नजर आई. वहीं मामले को लेकर नगर के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी मयंक शर्मा ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सक नहीं होने के चलते गोपालगढ़ अस्पताल से मरीजों के उपचार के लिए चिकित्सक भिजवाया गया है, जिससे मरीजों को उपचार मिल सके.