जोधपुर: फलोदी के खींचन में कुरजां महोत्सव टाल दिया गया है. वजह है गत माह साइबेरियन पक्षी डोमिसाइल क्रेन (कुरजां) की बर्ड फ्लू के कारण मौत होना. जिसके चलते पिछले कई दिनों से खींचन में पर्यटकों की आवाजाही बंद है. जिला प्रशासन ने फलोदी में पर्यटन को गति देने के लिए यहां पर खींचन में आने वाली कुरजां को ध्यान में रखते हुए पर्यटन विभाग के साथ मिलकर कुरजां महोत्सव आयोजित करने की प्लानिंग की थी. लेकिन बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद फिलहाल इसे टाल दिया गया है. पर्यटन विभाग के उपनिदेशक भानुप्रताप सिंह के अनुसार प्रवासी पक्षी में बर्ड फ्लू आने से कुरजां महोत्सव फिलहाल टाल दिया है. कुछ दिनों बाद अगली बैठक कर नई डेट पर विचार किया जाएगा.
17 दिन में कोई नया मामला नहीं आया: गत 15 से 19 दिसंबर के बीच पांच कुरजां की मौत हुई थी. पहले इसका कारण फूड पॉइजनिंग मानी जा रहा था. मृत क्रेन के विसरा वन विभाग ने जांच के लिए भेजे थे. भोपाल की लैब की रिपोर्ट में इनकी मौत की बर्ड फ्लू वायरस एच5 एन1से बताई गई. जिसके बाद जिला प्रशासन ने कुरजां क्षेत्र में लोगों की आवाजाही बंद कर दी. रासायनिक स्प्रे भी किया गया. पक्षी प्रेमी सेवाराम माली का कहना है कि 17 दिन में एक भी पक्षी की मौत नहीं हुई है.
पतंगबाजी पर लगाई 2-2 घंटे की रोक: कुरजां के लिए अब सबसे बड़ी परेशानी पतंगबाजी बन गई है. चाइनीज मांझे के उपयोग से इनके घायल होने की बात सामने आई है. इसके बाद जिला कलेक्टर हरजीलाल अटल ने फलोदी में सुबह 6 से 8 और शाम को 5 से 7 बजे तक दो-दो घंटे के लिए पतंगबाजी पर रोक लगाई है. इसके अलावा चीनी मांझे के जब्त के भी आदेश जारी किए हैं.