बालोतरा (बाड़मेर). पाली जिले में लगातार बारिश के चलते पानी लुणी नदी में बहता हुआ समदड़ी पहुंच रहा हैं. वहीं देर रात तक पानी बालोतरा पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. इसको लेकर ईटीवी भारत ने बालोतरा लूणी नदी में पानी आया तो जनहानी की पूरी आशंका है नाम से खबर प्रकाशित की थी. उसमें बताया कि लुणी नदी एरिया बबूल की झाड़ियों से अटा पड़ा है. नदी में थोड़ा पानी आते ही तैराक युवक नहाने को उतरते हैं. झाड़ियों की बहुलता उनके लिए घातक हो सकती है.
इसको लेकर ईटीवी भारत ने सुबह की खबर को प्रकाशित किया था. उसके बाद से ही प्रशासन तुरन्त हरकत में आया और उपखण्ड अधिकारी ने नगर परिषद को आदेश देते हुए क्षत्रियो के मोर्चे के पास बीटीओ पुल के समीप बबूल की झाड़ियों को कटवाने का आदेश दिया. नगर परिषद पार्षद मांगीलाल सांखला के नेतृत्व में एसआई सहित चार जेसीबी मशीनों के माध्यम से कटवाई जा रही है. पार्षद मांगीलाल ने बताया कि ईटीवी भारत ने लुणी नदी में उगी झाड़ियां कटवाने को लेकर ध्यान आकर्षित करवाया था. उसके बाद से प्रशासन हरकत में आया. ईटीवी भारत समय समय खबरों के माध्यम से सामाजिक सरोकार और ज्वलंत मुद्दों से प्रशासन का ध्यान आकर्षित करवाता है. उसके लिए आभार भी जताया.
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ईटीवी भारत ने जताई थी आशंका
प्रशासनिक ढिलाई की वजह से सावन लूणी नदी बहाव क्षेत्र में कोई कार्य योजना नहीं बनाई गई है. हालांकि बाढ़ बचाव की प्राथमिक तैयारी रेत के कट्टे भरवाने का कार्य नगरपरिषद ने जरूर किया है. बालोतरा के तैराक कवास बाढ़ के समय काफी चर्चित हुए थे. यहां के तैराक हर गंभीर परिस्थिति में निशुल्क सेवाएं देने को तत्पर रहते हैं. इस बार नदी एरिया से बबूल की झाडियां नहीं कटवाने से तैराक भी संशय की स्थिति में हैं.