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आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलिया की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद अब पुलिस और चिकित्सा विभाग की बड़ी लापरवाही

बाड़मेर के बालोतरा में आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलिया की पचपदरा थाना क्षेत्र अंतर्गत संदिग्ध अवस्था में हुई मौत के बाद अब पुलिस और चिकित्सा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है.

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Published : Oct 7, 2019, 3:28 PM IST

बालोतरा (बाड़मेर). राजस्थान में गहलोत सरकार के राज में कानून व्यवस्था दिनों-दिन बिगड़ती जा नजर आ रही है. आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलिया की पचपदरा थाना क्षेत्र अंतर्गत संदिग्ध अवस्था में हुई मौत के बाद अब पुलिस और चिकित्सा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है.

पुलिस और चिकित्सा विभाग की बड़ी लापरवाही

दरअसल, आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलिया की मौत मामले में पोस्टमार्टम होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जब आनन-फानन में लोगों को पता चला तो सोशल मीडिया से वीडियो को हटा दिया गया. लेकिन वीडियो का इस तरह से वायरल होना कितनी बड़ी लापरवाही है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.

पढ़ें: 6500 बच्चों ने धरा 'बापू' का रूप, मानव श्रृंखला से भारत का नक्शा भी बनाया, सीएम गहलोत की मौजूदगी में बने 4 रिकॉर्ड

बता दें कि आरटीआई एक्टिविस्ट की संदिग्ध मौत के बाद पुलिस ने एक बोर्ड बनाया था, जिसने पोस्टमार्टम के समय वीडियो बनाया था. उसी वीडियो को किसी ने सोशल मीडिया पर डाल दिया है. अब देखने वाली बात होगी कि इस हरकत के लिए गहलोत सरकार पुलिस और चिकित्सा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करती. ऐसे में एसपी शरद चौधरी ने रविवार को पचपदरा थानाधिकारी को सस्पेंड किया है वही थाने में कार्यरत सभी स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया था.

बालोतरा (बाड़मेर). राजस्थान में गहलोत सरकार के राज में कानून व्यवस्था दिनों-दिन बिगड़ती जा नजर आ रही है. आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलिया की पचपदरा थाना क्षेत्र अंतर्गत संदिग्ध अवस्था में हुई मौत के बाद अब पुलिस और चिकित्सा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है.

पुलिस और चिकित्सा विभाग की बड़ी लापरवाही

दरअसल, आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलिया की मौत मामले में पोस्टमार्टम होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जब आनन-फानन में लोगों को पता चला तो सोशल मीडिया से वीडियो को हटा दिया गया. लेकिन वीडियो का इस तरह से वायरल होना कितनी बड़ी लापरवाही है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.

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बता दें कि आरटीआई एक्टिविस्ट की संदिग्ध मौत के बाद पुलिस ने एक बोर्ड बनाया था, जिसने पोस्टमार्टम के समय वीडियो बनाया था. उसी वीडियो को किसी ने सोशल मीडिया पर डाल दिया है. अब देखने वाली बात होगी कि इस हरकत के लिए गहलोत सरकार पुलिस और चिकित्सा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करती. ऐसे में एसपी शरद चौधरी ने रविवार को पचपदरा थानाधिकारी को सस्पेंड किया है वही थाने में कार्यरत सभी स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया था.

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आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलियां की संदिग्ध मौत के बाद अब पुलिस और चिकित्सा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने ,पोस्टमार्टम होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

बालोतरा- राजस्थान में गहलोत राज्य में कानून व्यवस्था दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है ।आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलियां की पचपदरा थाना अंतर्गत संदिग्ध मौत के बाद अब पुलिस और चिकित्सा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जो कि इंसानियत को शर्मसार करने वाली है जो तस्वीरें हम आपको बता रहे हैं ।उसके बाद अब यह जरूर करेंगे कि आखिर कोई इस हद तक कैसे गिर सकता है। Body:दरअसल आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलियां मौत मामले में पोस्टमार्टम होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था । जब आनन-फानन में लोगों को पता चला तो सोशल मीडिया से वीडियो हटा दिया गया। लेकिन इस तरीके से वीडियो बनाना कहां तक सही है ।और उसे सोशल मीडिया पर वायरल करना इंसानियत को शर्मसार करना होता है। यह वीडियो की तस्वीरें हम आपको पूरी बता नहीं सकते हैं ।क्योंकि इस तस्वीरों आप देख नहीं पाएंगे पूरा मामला यह है कि आरटीआई एक्टिविस्ट संदिग्ध मौत के बाद पुलिस ने एक बोर्ड बनाया था ।जो की वीडियो बनाकर पोस्टमार्टम किया जा रहा था । उसी वीडियो को किसी ने सोशल मीडिया पर डाल दिया है अब देखने वाली बात होगी कि इस हरकत के लिए गहलोत सरकार पुलिस और चिकित्सा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करती। ऐसे में एसपी शरद चौधरी ने रविवार को पचपदरा थानाधिकारी को सस्पेंड किया है वही थाने में कार्यरत सभी स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया था।Conclusion:
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