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सूखे की गंभीर स्थिति को देखते हुए बाड़मेर में पशु शिविर की अवधि 31 जुलाई तक बढ़ाई

रेगिस्तान में मानसून की वर्षा नहीं होने के कारण सूखे की गंभीर स्थिति को देखते हुए गहलोत सरकार ने अभाव की अवधि को 31 जुलाई तक बढ़ाने का फैसला किया है. बता दें कि राजस्थान में पिछले 3 साल से लगातार सूखा पड़ रहा है. इस बार भी लोगों को यह उम्मीद थी कि सूखे से छुटकारा मिलेगा, लेकिन ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा है.

सूखे की गंभीर स्थिति को देखते हुए अभाव की अवधि को 31 जुलाई तक
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Published : Jul 16, 2019, 5:28 PM IST

बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर में मानसून के 10 दिन निकलने के बाद में भी बारिश की एक बूंद नहीं हुई है. पिछले 10 दिन से लगातार तेज हवाओं का दौर जारी है. इन हालातों को देखते हुए गहलोत सरकार ने मंगलवार को इस बात की घोषणा की कि आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग ने अधिसूचना जारी कर मानसून की वर्षा नहीं होने के कारण सूखे की गंभीर स्थिति को देखते हुए अभाव की अवधि को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया है.

सूखे की गंभीर स्थिति को देखते हुए अभाव की अवधि को 31 जुलाई तक

इस मुद्दे पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि खरीफ फसल 2018 में सूखाग्रस्त गांव में अभाव की घोषणा के संबंध में पूर्व में 19 नवंबर 2018 को सूचना जारी की अवधि 27 मई तक की थी. उसे सूखे की स्थिति को देखते हुए 15 जुलाई 2019 तक बढ़ाया गया था. उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग में मानसून की वर्षा नहीं होने एवं सूखे की गंभीर स्थिति के कारण इस अवधि को बढ़ाकर 31 जुलाई तक कर दिया है.

इस दौरान राहत गतिविधियों को यथावत रहेगा. बता दें कि ऐसे क्षेत्रों में सरकार ने गायों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की थी. साथ ही कई जगहों पर पशु शिविर चल रहे थे, अब इनकी तारीख 31 जुलाई कर दी गई है.

बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर में मानसून के 10 दिन निकलने के बाद में भी बारिश की एक बूंद नहीं हुई है. पिछले 10 दिन से लगातार तेज हवाओं का दौर जारी है. इन हालातों को देखते हुए गहलोत सरकार ने मंगलवार को इस बात की घोषणा की कि आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग ने अधिसूचना जारी कर मानसून की वर्षा नहीं होने के कारण सूखे की गंभीर स्थिति को देखते हुए अभाव की अवधि को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया है.

सूखे की गंभीर स्थिति को देखते हुए अभाव की अवधि को 31 जुलाई तक

इस मुद्दे पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि खरीफ फसल 2018 में सूखाग्रस्त गांव में अभाव की घोषणा के संबंध में पूर्व में 19 नवंबर 2018 को सूचना जारी की अवधि 27 मई तक की थी. उसे सूखे की स्थिति को देखते हुए 15 जुलाई 2019 तक बढ़ाया गया था. उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग में मानसून की वर्षा नहीं होने एवं सूखे की गंभीर स्थिति के कारण इस अवधि को बढ़ाकर 31 जुलाई तक कर दिया है.

इस दौरान राहत गतिविधियों को यथावत रहेगा. बता दें कि ऐसे क्षेत्रों में सरकार ने गायों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की थी. साथ ही कई जगहों पर पशु शिविर चल रहे थे, अब इनकी तारीख 31 जुलाई कर दी गई है.

Intro:बाड़मेर
रेगिस्तान में मानसून की वर्षा नहीं होने के कारण सूखे की गंभीर स्थिति को देखते हुए अभाव की अवधि को 31 जुलाई तक गहलोत सरकार ने बढ़ाया
राजस्थान में पिछले 3 साल से लगातार सूखा पड़ता है इस बार भी लोगों को यह उम्मीद थी कि सूखे से छुटकारा मिलेगा लेकिन ऐसा कुछ होता नजर नहीं आया आलम यह है कि मानसून के 10 दिन निकलने के बाद में भी बारिश की एक बूंद नहीं हुई है पिछले 10 दिन से लगातार तेज हवाओं का दौर जारी है हालातों को देखते हुए गहलोत सरकार ने आज इस बात की घोषणा की कि आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग ने अधिसूचना जारी कर मानसून की वर्षा नहीं होने के कारण सूखे की गंभीर स्थिति को देखते हुए अभाव की अवधि को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया है


Body:अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि खरीफ फसल 2018 में सूखाग्रस्त गांव में अभाव की घोषणा के संबंध में पूर्व में 19 नवंबर 2018 को सूचना जारी की अवधि 27 मई तक की थी उसे सूखे की स्थिति को देखते हुए 15 जुलाई 2019 तक बढ़ाया गया था



Conclusion:उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग में मानसून की वर्षा नहीं होने एवं सूखे की गंभीर स्थिति के कारण इस अवधि को बढ़ाकर 31 जुलाई तक कर दिया इस दौरान राहत गतिविधियों को यथावत रहेगा गौरतलब है कि इलाकों में सरकार ने गायों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की थी साथ ही कई जगह पर पशु शिविर चल रहे थे अब इनकी तारीख 31 जुलाई कर दी है
bite...राकेश शर्मा अतिरिक्त जिला कलेक्टर बाड़मेर
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