बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिले में कई निजी कंपनियां तेल खनन का कार्य कर रही हैं. इस कंपनी में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है, जिसको लेकर सोमवार को बाड़मेर जिला कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपकर मांग की गई है. निजी कंपनियों में स्थानीय लोगों को रोजगार में प्राथमिकता दी जाए. इसके साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते कंपनी के अधिकारी नहीं मानें तो ग्रामीणों को मजबूरन आंदोलन की राह पकड़नी पड़ेगी.
जिले में पिछले कई सालों से तेल गैस की खोज में जुटी कंपनियां कार्य कर रही है. ऐसे में स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस निजी कंपनियों में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है. जबकि कंपनियों ने शुरुआत में स्थानीय लोगों को रोजगार में प्राथमिकता देने के वादे किए थे, लेकिन कई सालों के बाद भी आज दिन तक स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिला है.
ऐसे में सोमवार को पंचायत समिति सदस्य मूली चौधरी के नेतृत्व में लोगों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर बाड़मेर जिला कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि निजी कंपनियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाए, अन्यथा मजबूरन हमें आंदोलन की राह पकड़नी पड़ेगी.
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पंचायत समिति सदस्य मूली चौधरी ने कहा कि हमारे क्षेत्र में कई निजी कंपनियां कार्य कर रही है और इन कंपनियों में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है. उनका आरोप है कि निजी कंपनी बाहरी राज्यों से आए लोगों के फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी नहीं देती है, जबकि स्थानीय लोगों को दस्तावेजों में हर बार अलग अलग कमी बताकर उन्हें रोजगार नहीं दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि कंपनी के अधिकारी इस जनप्रतिनिधियों के भी फोन नहीं उठा रहे हैं. ऐसे में वह लोग हमारी बात नहीं सुन रहे हैं. जिसके बाद मजबूर होकर आज हम यहां आए हैं. जिला प्रशासन और पुलिस के समक्ष अपनी बात रखी है और मांग की है कि जल्दी स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जाए.