बाड़मेर. देशभर में किसानों को संभल और आर्थिक मदद देने के लिए प्रधानमंत्री किसान निधि योजना की शुरुआत की गई है, लेकिन इस योजना में भी अब धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं. राजस्थान के बाड़मेर जिले में किसानों के हक मारने का मामला प्रकाश में आया है.
बाड़मेर में 6 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ प्रधानमंत्री किसान निधि योजना का पैसा उठाकर धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज हुआ है. दरअसल बाड़मेर में आरटीआई कार्यकर्ता की ओर से जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दर्ज परिवार के आधार पर 6 सरकारी कर्मचारियों के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. उन पर राजकीय सेवाओं में रहते हुए वेतन प्राप्त करने और षड्यंत्र पूर्व प्रधानमंत्री किसान निधि योजना के तहत किसानों को मिलने वाली सहायता राशि का दोहरा लाभ प्राप्त करने का आरोप है.
शिकायतकर्ता आरटीआई कार्यकर्ता देवीलाल ने बताया कि सरकारी नौकरी में कार्यरत 6 सरकारी कर्मचारियों ने अपने वेतन प्राप्त करने के साथ ही धोखाधड़ी करके प्रधानमंत्री किसान निधि योजना से भी दोहरा लाभ प्राप्त कर राज्य कोष को नुकसान पहुंचाया है. जिसको लेकर परिवाद पेश किया था.
वहीं पुलिस ने परिवाद के आधार पर प्रारंभिक जांच कर 6 सरकारी कर्मचारियों के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है. इसके साथ ही आरटीआई कार्यकर्ता ने बताया कि उन लोगों के खिलाफ आवाज उठाई है. ऐसे में अब जान का खतरा है. पुलिस प्रशासन से मांग करता हूं कि मुझे सुरक्षा मुहैया करवाई जाए.
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वहीं इस पूरे मामले को लेकर कार्यवाहक पुलिस अतिरिक्त अधीक्षक पुष्पेंद्र सिंह आडा ने बताया कि अलग-अलग सरकारी विभागों के 6 कर्मचारियों ने राजकीय सेवा में रहते हुए वेतन प्राप्त के साथ प्रधानमंत्री किसान निधि योजना का लाभ उठाया है और राज्य कोष को नुकसान पहुंचाया है. चौहटन थाने में मामला दर्ज हो गया है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.