बांसवाड़ा. ग्राम पंचायत भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र के सुरक्षा गार्डों को लंबे समय से मानदेय का भुगतान नहीं हो रहा है. वहीं उनकी कटौतियों में भी व्यापक पैमाने पर धांधलीबाजी हो रही है. ऐसे में मंगलवार को जिलेभर के सुरक्षा गार्ड बांसवाड़ा पहुंचे और भूतपूर्व सैनिक कल्याण सहकारी समिति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
समिति के जरिए जिलेभर के राजीव गांधी सेवा केंद्रों पर सुरक्षा कार्ड लगाए गए हैं. साल 2013 से करीब सवा तीन सौ से अधिक लोग बतौर सुरक्षा गार्ड की सेवाएं दे रहे हैं और उनके वेतन से इपीएफ, ईएसआई की कटौती की जा रही है लेकिन यह राशि संबंधित लोगों के खातों में जमा नहीं की जा रही है.
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ग्राम पंचायत भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र के सुरक्षा गार्ड संघ द्वारा जिला कलेक्टर के नाम दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि वर्ष 2013 से एजेंसी वाले बिल सुरक्षा गार्ड के नाम से दिए जा रहे थे, लेकिन बीते साल सुरक्षा गार्ड के स्थान पर बिल साफ-सफाई और रखरखाव के नाम से दिया जा रहा है. जो उनकी छवि को धूमिल करने वाला है. कुछ सुरक्षा गार्डों ने बताया कि उन्हें समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है और कई गार्डों के दो-तीन साल से मानदेय तक बकाया है.
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि जनवरी 2013 से नवंबर 2018 तक सुरक्षा गार्डों के मानदेय से 822 रुपये प्रति माह की इपीएफ, ईएसआई नाम से कटौती की गई थी, लेकिन वह राशि उनके खाते में जमा नहीं कराई गई. उसके बाद दिसंबर 2018 से कटौती की राशि 1 हजार 38 कर दी गई. लेकिन उक्त राशि भी उनके खातों में जमा नहीं की जा रही है.
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संगठन के मार्फत जिला कलेक्टर से कटौती की राशि दिलाने के साथ शोषण से बचाने के लिए सुरक्षा गार्डों के साथ सीधे करार किया जाए. संगठन के अध्यक्ष चंद्रकांत ने बताया कि दो गार्डों का मानदेय करीब दो से ढाई साल हो गए, लेकिन भुगतान नहीं किया जा रहा है. इस संबंध में पहले भी भूतपूर्व सैनिक कल्याण सहकारी समिति को अवगत कराया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. बता दें कि जिलेभर में 346 ग्राम पंचायतों में सुरक्षा गार्ड ड्यूटी दे रहे हैं.