बांसवाड़ा. राज्य सरकार की जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराने संबंधी महत्वाकांक्षी इंदिरा रसोई योजना आज धरातल पर आ गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के साथ-साथ बांसवाड़ा नगर परिषद क्षेत्र में संचालित होने वाले रसोई घरों का लोकार्पण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बांसवाड़ा में संचालित होने वाले इन रसोई घरों की व्यवस्थाओं के बारे में भी जानकारी ली. कार्यक्रम में नगर परिषद सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी, जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सिंह सागर भी मौजूद रहे.
मुख्य कार्यक्रम नगर परिषद परिसर में संचालित रसोई घर में आयोजित हुई. सुबह 8:30 बजे से ही रसोई घर की शुरुआत कर दी गई और बड़ी संख्या में लोगों ने 8 रुपए में भरपेट भोजन पाया. सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी शुरुआत की. इसके लिए नगर परिषद द्वारा रसोई घर को सजाया संवारा गया था. राजसमंद के बाद मुख्यमंत्री गहलोत बांसवाड़ा के कार्यक्रम से कनेक्ट हुए और परिषद के अधिकारियों से रसोई घर के संचालन संबंधी आवश्यक जानकारी जुटाई. यहां की व्यवस्थाओं पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता भी जताई.
पहले दिन भोजन की व्यवस्था का जिम्मा नगर परिषद स्टाफ द्वारा उठाया गया. भोजन के साथ एक मिठाई भी दी गई. कार्यक्रम के दौरान भी रसोई घर का संचालन जारी रहा और लोग भोजन करते रहे. नगर परिषद सभापति त्रिवेदी ने बताया कि भोजन की गुणवत्ता के साथ व्यवस्थाओं की जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा मॉनिटरिंग की जाएगी. सुझाव के अनुसार व्यवस्थाओं को बेहतर बनाया जाता रहेगा.
यह भी पढ़ें- गहलोत सरकार की 'इंदिरा रसोई योजना' पर रार, BJP ने कहा- गांधी परिवार को खुश करने के लिए बदला नाम
नगर परिषद आयुक्त विजेश मंत्री के अनुसार जहां लोगों का अधिक आवागमन होता है. वहीं पर रसोईघर का संचालन किया जा रहा है. हर रसोई घर पर प्रतिदिन 300 लोगों को 8 रुपए में भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. व्यवस्थाओं की लगातार मॉनिटरिंग होगी. समारोह में नगर परिषद के पार्षदों के अलावा शहर के कई गणमान्य लोग भी मौजूद रहे.