अलवर. जिले के महिला अस्पताल में गुरुवार शाम को प्रसव कराने आई एक पीड़िता के पति के साथ गार्डों ने धक्का-मुक्की कर दी और थोड़ी ही देर में पुलिस को बुला लिया गया. पीड़ित दिनेश मानोता खुर्द निवासी है, जो गार्डों पर मारने पीटने का आरोप लगा रहा है. वहीं अस्पताल प्रशासन इस बात से इनकार कर रहा है.
पीड़ित दिनेश ने बताया कि उसकी पत्नी को प्रसव कराने के लिए चार दिन पहले महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. गुरुवार दोपहर जब उसकी पत्नी के पास कोई नहीं था, तो वह अंदर जाने लगा, तो गार्डों ने उसे नहीं जाने दिया. पीड़ित ने गार्डों से कहा कि उसकी पत्नी की डिलीवरी होने वाली है और वह अकेली है, मुझे अंदर बुला रही है, तो गार्डों ने दिनेश के साथ धक्का-मुक्की की. इस दौरान लेडीज गार्ड ने उसकी कॉलर खींचकर और उसको नोच लिया और पुलिस को सूचना दे दी. पुलिस मौके पर पहुंची और दिनेश के साथ बदसलूकी की. उसके बाद दिनेश को अस्पताल से भगाने की कोशिश की.
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वहीं नर्सिंग अधीक्षक कार्यालय में सहायक पद पर तैनात श्यामाकांत शर्मा ने बताया कि दिनेश नाम का व्यक्ति महिला गार्ड के साथ धक्का-मुक्की कर रहा था और अंदर घुसने का जबरन प्रयास कर रहा था. उन्होंने बताया कि दोपहर में पुरुषों को अस्पताल के वार्ड में प्रवेश प्रतिबंधित है. गार्ड की ओर से किसी के साथ भी धक्का-मुक्की नहीं की गई है. बस समझाने की कोशिश की जा रही थी कि पुरुषों का अंदर जाना मना है, जो सभी के लिए नियम है.