बानसूर (अलवर). बानसूर में सर्वसमाज के लोगों ने विधायक शंकुतला रावत के खिलाफ विरोध जताया. ये विरोध बानसूर के सरकारी अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. महिपाल चंदेला को APO करने को लेकर था. विरोधस्वरूप सर्वसमाज के लोगों ने चिकित्सा अधिकारी के APO होने पर विधायक शकुंतला रावत के खिलाफ लामबंद होकर विरोध जताया.
समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि एक तरफ चिकित्सक अपनी जान की परवाह किए बिना कोविड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, तो दूसरी ओर विधायक शकुंतला रावत तानाशाही कर ऐसे चिकित्सकों को बानसूर से बिना कारण बताए APO कर रही है. इसको लेकर समाज के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. समाज के लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर चिकित्सा अधिकारी डॉ. महिपाल चंदेला को बानसूर वापस नहीं लाया गया, तो बानसूर में विशाल आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदार विधायक की होगी.
बता दें कि कस्बे के गुर्जर छात्रावास में सर्व समाज के लोगों ने लामबंद होकर विधायक शकुंतला रावत के खिलाफ मोर्चा खोला है. दरअसल कस्बे के सीएससी हॉस्पिटल में अधिकारी डॉक्टर महिपाल चंदेला का अचानक आनन-फानन में एपीओ होने पर क्षेत्र के लोगों ने नाराजगी जाहिर की है. किसी भी प्रकार का कारण नोटिस नहीं मिला है.
पढ़ें- अलवर में कोरोना के 123 नए पॉजिटिव मामले, कुल आंकड़ा 7 हजार के पार
एपीओ होने पर सर्व समाज ने विधायक शकुंतला रावत पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि एक तरफ तो राज सरकार डॉक्टरों की कोरोना महामारी को लेकर गुणगान कर रही है. वहीं दूसरी ओर डॉक्टर को अचानक एपीओ कर दिया गया. विधायक के खिलाफ लोगों ने चेतावनी देते हुऐ कहा अगर डॉक्टर महिपाल चंदेला का वापस बानसूर सीएचसी हॉस्पिटल में स्थानांतरण नहीं हुआ तो इसका खामियाजा विधायक शकुंतला रावत को भुगतना पड़ेगा.