अलवर. जिला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने सीकर एसीबी की मदद से पोषाहार में 15 प्रतिशत का कमीशन मांगने वाली दो महिला सुपरवाइजर को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. अलवर की टीम ने एक महिला सुपरवाइजर को मुंडावर क्षेत्र में पकड़ा. तो सीकर की टीम ने अलवर शहर में कटी घाटी के पास महिला को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है. एसीबी की टीम दोनों सुपरवाइजर से पूछताछ कर रही है.
गौरतलब है कि एसएचजी कंपनी की तरफ से मुंडावर क्षेत्र में पोषाहार सप्लाई किया जाता है. जानकारी के अनुसार बाल विकास परियोजना में तैनात दो महिला सुपरवाइजर पोषाहार का बिल पास करने की एवज में 15 प्रतिशत की राशि रिश्वत के रूप में मांग रही थीं. इसकी शिकायत एसीबी को मिली. एसीबी की टीम ने मामले का सत्यापन करवाया. सत्यापन के दौरान पूरा मामला सही पाया गया. एक महिला सुपरवाइजर ने 4000 रुपए की रिश्वत ली. जिसके बाद एसीबी की टीम ने दोनों सुपरवाइजर को रंगे हाथ गिरफ्तार करने का प्लान तैयार किया.
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गुरुवार को मुंडावर क्षेत्र में सुशीला देवी नाम की महिला सुपरवाइजर 26 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ी गई. तो अलवर शहर में कृष्णा शर्मा नाम की सुपरवाइजर 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुई. एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि कृष्णा शर्मा इससे पहले 4 हजार रुपए की रिश्वत ले चुकी है. अलग-अलग बिल पास करने की एवज में इन्होंने रिश्वत की राशि मांगी थी. एसीबी की टीम मामले की जांच पड़ताल कर रही है.
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एसीबी के अधिकारी परमेश्वर सिंह ने बताया कि दोनों महिलाएं मुंडावर क्षेत्र के समेकित केंद्र पर तैनात हैं. सुशीला देवी मुंडावर के रनोट गांव की रहने वाली हैं, तो कृष्णा अलवर शहर के कटी घाटी क्षेत्र की रहने वाली है. देर रात तक एसीबी की टीम दस्तावेजों की जांच पड़ताल करती रही. दोनों सुपरवाइजर के पुराने रिकॉर्ड भी तलाशे जा रहे हैं. एसीबी की पूछताछ में उन्होंने बताया कि रिश्वत की राशि उच्चाधिकारियों तक भेजी जाती है. सभी में बराबर बंटती है. ऐसे में एसीबी के अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में कुछ और लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं.