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केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में राजपाल कलराज मिश्र ने की शिरकत, पढ़ाया संविधान का पाठ

राज्यपाल कलराज मिश्र मंगलवार को अजमेर जिले के दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान बचाने के लिए बहुत जरुरी है कि देश का हर नागरिक संविधान के तहत काम करे और जिम्मेदारी समझे.साथ ही संविधान को ही गीता, बाइबल, कुरान बताते हुए इसका पालन करने के लिए कहा.

कलराज मिश्र का अजमेर दौरा, Kalraj Mishra's visit to Ajmer
कलराज मिश्र ने संविधान का पाठ-पढ़ाया
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Published : Mar 3, 2020, 9:20 PM IST

किशनगढ़ (अजमेर). राज्यपाल कलराज मिश्र मंगलवार को अजमेर जिले के दौरे पर रहे. जहां उन्होंने बांदरसिंदरी स्थित राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के 12वें स्थापना दिवस समारोह में शिरकत की. समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कर्मचारियों का सम्मान भी किया.

कलराज मिश्र ने संविधान का पाठ-पढ़ाया

इस मौके पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि संविधान बचाने के लिए उसकी मूल भावना के विपरीत काम नहीं करना चाहिए. संविधान बचाने के लिए बहुत जरुरी है कि देश का हर नागरिक संविधान के तहत काम करे और जिम्मेदारी समझे. इसके लिए राज्यपाल ने दोहराया कि वह सभी विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों में जाकर कहते है कि सभी संस्थाओं को अपने परिसर में संविधान की प्रस्तावना के साथ ही उसमें बताए गए कर्तव्य और अधिकारों की जानकारी का बोर्ड लगाए. राज्यपाल कलराज मिश्र ने लोगों से अपने आचरण में सुधार की भी बात कही.

पढ़ेंः चौमू विधायक रामलाल शर्मा के खिलाफ पूर्व विधायक ने खोला मोर्चा

साथ ही संविधान को ही गीता, बाइबल, कुरान बताते हुए इसका पालन करने के लिए कहा. साथ ही उन्होंने केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन को अपने परिसर में संविधान पार्क के निर्माण करने की सलाह भी दी. राज्यपाल ने कहा कि नवाचारों का उपयोग करके भारत सक्षम और सुदृढ़ बनेगा. परम्परागत तरीके के स्थान पर नवाचार का उपयोग होने से प्रक्रिया आर्थिक रूप से फलदायक हो सकती है.

उन्होंने कहा कि छिपी हुर्ह प्रतिभाओं को आगे लाना समाज का दायित्व है. संविधान ने हमें कर्तव्य और अधिकार साथ -साथ प्रदान किए है. अधिकारों का उपयोग देश को आगे बढ़ाने में होना चाहिए. अधिकार हमें अंहिसा का मार्ग दिखाते है. कर्तव्यों और अधिकारों में समन्वय स्थापित करके ही देश को आगे बढ़ाया जा सकता है.

समारोह में राज्यपाल ने संविधान की प्रस्तावना और कर्तव्यों का वाचन कराया. साथ ही 20 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों से संबंधित सैन्ट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एन्टरेंस टेस्ट (सीयूसीईटी) 2020 वैब पोर्टल का भी शुभारम्भ किया. राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति अरूण के पूजारी ने सभी का स्वागत किया और विश्व विद्यालय द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यो की जानकारी दी.

पढ़ेंः श्रमिकों के साथ सरकार का भद्दा मजाक, पहले मकान बनाने के लिए दिए पैसे, अब ब्याज सहित लौटाने को कहा

इस अवसर पर आगरा विश्वविद्यालय के प्रो. मनोज श्रीवास्तव, महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के प्रो. आर.पी.सिंह, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डी.पी. जारौली, संभागीय आयुक्त एल.एन. मीणा, पुलिस महानिरीक्षक हवासिंह घुमरिया, जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक कुं. राष्ट्रदीप सहित विश्वविद्यालय स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित थे.

किशनगढ़ (अजमेर). राज्यपाल कलराज मिश्र मंगलवार को अजमेर जिले के दौरे पर रहे. जहां उन्होंने बांदरसिंदरी स्थित राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के 12वें स्थापना दिवस समारोह में शिरकत की. समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कर्मचारियों का सम्मान भी किया.

कलराज मिश्र ने संविधान का पाठ-पढ़ाया

इस मौके पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि संविधान बचाने के लिए उसकी मूल भावना के विपरीत काम नहीं करना चाहिए. संविधान बचाने के लिए बहुत जरुरी है कि देश का हर नागरिक संविधान के तहत काम करे और जिम्मेदारी समझे. इसके लिए राज्यपाल ने दोहराया कि वह सभी विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों में जाकर कहते है कि सभी संस्थाओं को अपने परिसर में संविधान की प्रस्तावना के साथ ही उसमें बताए गए कर्तव्य और अधिकारों की जानकारी का बोर्ड लगाए. राज्यपाल कलराज मिश्र ने लोगों से अपने आचरण में सुधार की भी बात कही.

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साथ ही संविधान को ही गीता, बाइबल, कुरान बताते हुए इसका पालन करने के लिए कहा. साथ ही उन्होंने केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन को अपने परिसर में संविधान पार्क के निर्माण करने की सलाह भी दी. राज्यपाल ने कहा कि नवाचारों का उपयोग करके भारत सक्षम और सुदृढ़ बनेगा. परम्परागत तरीके के स्थान पर नवाचार का उपयोग होने से प्रक्रिया आर्थिक रूप से फलदायक हो सकती है.

उन्होंने कहा कि छिपी हुर्ह प्रतिभाओं को आगे लाना समाज का दायित्व है. संविधान ने हमें कर्तव्य और अधिकार साथ -साथ प्रदान किए है. अधिकारों का उपयोग देश को आगे बढ़ाने में होना चाहिए. अधिकार हमें अंहिसा का मार्ग दिखाते है. कर्तव्यों और अधिकारों में समन्वय स्थापित करके ही देश को आगे बढ़ाया जा सकता है.

समारोह में राज्यपाल ने संविधान की प्रस्तावना और कर्तव्यों का वाचन कराया. साथ ही 20 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों से संबंधित सैन्ट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एन्टरेंस टेस्ट (सीयूसीईटी) 2020 वैब पोर्टल का भी शुभारम्भ किया. राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति अरूण के पूजारी ने सभी का स्वागत किया और विश्व विद्यालय द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यो की जानकारी दी.

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इस अवसर पर आगरा विश्वविद्यालय के प्रो. मनोज श्रीवास्तव, महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के प्रो. आर.पी.सिंह, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डी.पी. जारौली, संभागीय आयुक्त एल.एन. मीणा, पुलिस महानिरीक्षक हवासिंह घुमरिया, जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक कुं. राष्ट्रदीप सहित विश्वविद्यालय स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित थे.

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