ETV Bharat / state

अजमेर: ग्रामीण इलाकों के लिए वरदान बनी मनरेगा योजना, जिले में 24 हजार से अधिक श्रमिकों को मिला रोजगार

देश में चल रहे लॉकडाउन के इस दौर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना ग्रामीण लोगों के लिए वरदान बन गयी है. इसके तहत जिले में वर्तमान में 276 ग्राम पंचायतों में 2 हजार 559 कामों पर 24 हजार 331 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है. साथ ही गावों में न्यूनतम मजदूरी भी बढ़ाकर 220 रूपये कर दी गई है.

अजमेर न्यूज, अजमेर में लॉकडाउन का असर, अजमेर में मनरेगा योजना, manrega scheme in ajmer, ajmer news, effect of lock down in ajmer
ग्रामीण इलाकों के लिए वरदान बनी मनरेगा योजना
author img

By

Published : Apr 27, 2020, 1:09 PM IST

Updated : May 24, 2020, 4:58 PM IST

अजमेर. देश में चल रहे लॉकडाउन के इस दौर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना ग्रामीण लोगों के लिए वरदान बन गयी है. शहरों में लॉकडाउन के कारण रोजगार कम हो गए हैं, लेकिन मनरेगा ने गांवों में प्रत्येक वर्ग को सहारा दिया है. इसके तहत जिले में वर्तमान में 276 ग्राम पंचायतों में 2 हजार 559 कामों पर 24 हजार 331 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है. साथ ही गावों में न्यूनतम मजदूरी भी बढ़ाकर 220 रूपये कर दी गई है.

अजमेर न्यूज, अजमेर में लॉकडाउन का असर, अजमेर में मनरेगा योजना, manrega scheme in ajmer, ajmer news, effect of lock down in ajmer
ग्रामीण इलाकों के लिए वरदान बनी मनरेगा योजना
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजेन्द्र सिंह राठौड ने बताया कि, जिले की 307 ग्राम पंचायतों में से 276 ग्राम पंचायतों में रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके तहत प्रधानमंत्री आवास योजना, कैटेगरी बी के तहत व्यक्तिगत लाभ के कार्य, जल संरक्षण और सिंचाई संबंधी काम करवाए जा रहे हैं. इन सभी कामों पर 24 हजार 331 श्रमिक नियोजित हैं. उन्होंने बताया कि, अरांई पंचायत समिति में 174 कामों पर 1 हजार 431 श्रमिक, भिनाय में 373 कामों पर 2 हजार 460, जवाजा में 318 पर 2 हजार 738, केकडी में 517 कामों पर 2 हजार 807 श्रमिक लगाए गए हैं. इसी तरह मसूदा में 111 कामों पर 4 हजार 240, पीसांगन में 280 कामों पर 4 हजार 472, सरवाड़ में 696 कामों पर 2 हजार 788, श्रीनगर में 88 कामों पर 1 हजार 119 और सिलोरा में 74 कामों पर 2 हजार 276 श्रमिक नियोजित किए गए हैं.

पढ़ेंः क्वॉरेंटाइन सेंटर में खराब खाना को लेकर हुए हंगामे के बाद JDA ने किया 3 सदस्यीय टीम का गठन

सोशल डिस्टेंसिंग का किया जा रहा है पूरा पालनः

जिला परिषद स्वीकृत कामों में कोरोना महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य नियमों का पूरा पालन किया जा रहा है. राठौड ने बताया कि, सभी कार्य स्थलों पर प्रत्येक लेबर को मास्क और गमछा लगाकर काम करना अनिवार्य किया गया है. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ 4 बार हाथ धोना भी अनिवार्य कर दिया गया है.

अजमेर. देश में चल रहे लॉकडाउन के इस दौर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना ग्रामीण लोगों के लिए वरदान बन गयी है. शहरों में लॉकडाउन के कारण रोजगार कम हो गए हैं, लेकिन मनरेगा ने गांवों में प्रत्येक वर्ग को सहारा दिया है. इसके तहत जिले में वर्तमान में 276 ग्राम पंचायतों में 2 हजार 559 कामों पर 24 हजार 331 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है. साथ ही गावों में न्यूनतम मजदूरी भी बढ़ाकर 220 रूपये कर दी गई है.

अजमेर न्यूज, अजमेर में लॉकडाउन का असर, अजमेर में मनरेगा योजना, manrega scheme in ajmer, ajmer news, effect of lock down in ajmer
ग्रामीण इलाकों के लिए वरदान बनी मनरेगा योजना
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजेन्द्र सिंह राठौड ने बताया कि, जिले की 307 ग्राम पंचायतों में से 276 ग्राम पंचायतों में रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके तहत प्रधानमंत्री आवास योजना, कैटेगरी बी के तहत व्यक्तिगत लाभ के कार्य, जल संरक्षण और सिंचाई संबंधी काम करवाए जा रहे हैं. इन सभी कामों पर 24 हजार 331 श्रमिक नियोजित हैं. उन्होंने बताया कि, अरांई पंचायत समिति में 174 कामों पर 1 हजार 431 श्रमिक, भिनाय में 373 कामों पर 2 हजार 460, जवाजा में 318 पर 2 हजार 738, केकडी में 517 कामों पर 2 हजार 807 श्रमिक लगाए गए हैं. इसी तरह मसूदा में 111 कामों पर 4 हजार 240, पीसांगन में 280 कामों पर 4 हजार 472, सरवाड़ में 696 कामों पर 2 हजार 788, श्रीनगर में 88 कामों पर 1 हजार 119 और सिलोरा में 74 कामों पर 2 हजार 276 श्रमिक नियोजित किए गए हैं.

पढ़ेंः क्वॉरेंटाइन सेंटर में खराब खाना को लेकर हुए हंगामे के बाद JDA ने किया 3 सदस्यीय टीम का गठन

सोशल डिस्टेंसिंग का किया जा रहा है पूरा पालनः

जिला परिषद स्वीकृत कामों में कोरोना महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य नियमों का पूरा पालन किया जा रहा है. राठौड ने बताया कि, सभी कार्य स्थलों पर प्रत्येक लेबर को मास्क और गमछा लगाकर काम करना अनिवार्य किया गया है. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ 4 बार हाथ धोना भी अनिवार्य कर दिया गया है.

Last Updated : May 24, 2020, 4:58 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.